रजनीश /ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। परिजनों ने एडमिशन कराने व पढ़ाई के लिए मना करने पर नाराज एक नाबालिग लड़की ने सरयू पुल से नदी में छलांग लगा दी।
कजरी तीज मेले की तैयारी में सरयू घाट पर मौजूद लोगों ने नदी में कूदकर लड़की की जान बचाई।
उसे सकुशल बाहर निकाला। मौके पर पहुंची डायल 112 की टीम ने लड़की को कब्जे में लेकर उसके परिजनों को सूचना दी और उसकी मां को बुलाकर उसके सुपुर्द किया।
घटना शाम करीब साढ़े पांच बजे की है। बताया जाता है कि कोतवाली करनैलगंज क्षेत्र के ग्राम कोंनहटा के मजरा भुलियापुर की निवासी कहकशां पुत्री मुशीर 15 वर्ष कक्षा 8 पास करने के बाद उसकी पढ़ने की लालसा थी।
मगर परिजन उसे दो वर्ष से स्कूल नहीं भेजना चाहते थे। वह लगातार अपने पढ़ाई को लेकर परिजनों पर एडमिशन कराने के लिए कहती रही। मगर ऐसा न होने पर नाराज होकर उसने सरयू नदी में छलांग लगा दी।
सरयू घाट पर मौजूद लवकुश कुमार, त्रिभवन व रानू पांडेय आदि ने नाव वालों का सहारा लेकर किसी तरह बालिका को जीवित निकाला।
मौके पर पहुंची डायल 112 पीआरबी 857 की टीम में प्रभारी वीरेंद्र यादव, महिला कांस्टेबल वंदना भार्गव, विनीता पाल एवं चालक विनोद कुमार पांडेय ने बालिका को कब्जे में लेकर पूछताछ की और उसके परिजनों को सूचना दी।
मौके पर पहुंची बालिका की मां आसमा के हवाले किया। लड़की की मां ने बताया कि सात बच्चे हैं। आर्थिक तंगी के कारण नही पढ़ाना चाहती है।
लड़की ने बताया कि वह पढ़ना चाहती है और परिवार के लोग उसका एडमिशन नहीं करवा रहे हैं।
सूचना मिलने के बाद पहुंचे सीओ मुन्ना उपाध्याय, कोतवाल सुधीर कुमार सिंह ने लड़की को समझा-बुझाकर उसका प्रवेश कराने की जिम्मेदारी ली और उसे मां के साथ घर भिजवाया।



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