गौरव तिवारी
प्रतापगढ़। नगर के संकट मोचनधाम सभागार में हो रही श्रीमद् भागवत कथा का रविवार को भजन संकीर्तन के साथ सोल्लास समापन हुआ।
समापन बेला में नगरीय एवं ग्रामीण अंचल से श्रद्वालुओं को बड़ी संख्या में कथा का रसास्वादन करते देखा गया। श्री वृंदावन धाम से पधारीं कथा ब्यास सुश्री देवी रश्मी किशोरी जी ने कथा का मर्म समझाते कहा मनुष्य को दिन रात भगवान का भजन करना चाहिये।
उन्होने कहा जो शुद्व भाव से राधे कृष्ण का नाम जप लेगा,उसका जीवन स्वयं कृत कृत्य हो उठेगा।देवी रश्मी ने कहा कि सरलता से, तन मन, वचन से भगवान का नाम जपना ही भगवत दर्शन का पुण्य है।
उन्होने कहा कि सच्चे मन से भगवान के नाम का जप करने मात्र से समस्त पापों का स्वतः नाश हो जाया करता है।
कथा ब्यास देवी रश्मी ने नारी शक्ति को अनुपम बताते हुये कहा कि भगवान कृष्ण ने गोपियों को पति धर्म का साश्वत ज्ञान दिया।
भगवान के बोध कराये गये नारी धर्म का अनुसरण करने वाली नारी ही सर्वशक्ति संपन्न संपूर्ण वैभव का अलंकरण धारण विया करती है।
कथा के दौरान भगवताचार्य पं विनय शुक्ल ने भी धर्म पथ को जीवन का सुगम पथ निरुपित किया। सामूहिक कथा के संयोजक सुरेन्द्र कुमार सगीताचार्य ने कथा ब्यास रश्मी किशोरी का श्री अभिषेक किया।
नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि संतोष द्विवेदी व क्षेतीय विधायक आराधना मिश्रा मोना के मीडिया प्रभारी ज्ञान प्रकाश शुक्ल ने कथा ब्यास का नगर के लोगों की ओर से सारस्वत सम्मान किया।
कथा समापन पर राधे कृष्ण नाम जाप संकीर्तन व भजन गायन में श्रद्वालु भाव विभोर हो उठे।
इस मौके पर देवानंद मिश्र, वृजेश द्विवेदी, आदर्श मिश्र, बद्री प्रसाद मिश्र,नवीन शुक्ल, पवन प्रखर, चंद्रमणि शुक्ल, प्रकाश चंद्र मिश्र, विनय पांण्डेय, सोनू मिश्र, संतोष सिंह आदि रहे।


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