रमेश कुमार मिश्र
गोण्डा जिले के बेलसर ब्लाकक्षेत्र के ग्रामपंचायत अकौनी में खुलेआम रद्दी ईंट का प्रयोग किया जा रहा है । सचिव व ग्रामप्रधान की मिलीभगत से पीले ईंट से पंचायत भवन बनाया जा रहा है जो कभी भी धराशायी हो सकता है।
बताते चले की गोण्डा जिले के बेलसर ब्लाकक्षेत्र के ग्रामपंचायत अकौनी में ग्रामप्रधान व सचिव की मिलीभगत से पीला(रद्दी)ईंट से पंचायत भवन बनाया जा रहा है।
जो खतरे से खाली नही है जो कभी भी धराशायी हो सकता है जिसका खामियाजा पंचायत भवन में बैठने वालो को भुगतना पड़ेगा।
पंचायत भवन बनारहे लेबर व मिस्त्री ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया की ये ईंट इतना खराब है की हाथ से उठाते ही फूट जाता है। दीवाल कैसे बन पायेगी व मजबूती कहाँ से रहेगी हमे क्या है साहब।
हम लोग दिहाड़ी मजदूर है, हमे अपने दिहाड़ी से मतलब लेकिन सही तो ये है की इस रद्दी ईंट से ज्यादा मिट्टी की दिवाल बनती तो ज्यादा मजबूत होती।
वही गाँव के लोगो ने बताया की इस ग्रामपंचायत का यही हाल है यहाँ ग्रामप्रधान व सचिव खुलेआम लूटखसोट कर रहे है । कोई भी कार्य सही तरीक़े से नही किया जाता है। और नाही कोई जिम्मेदार अधिकारी यहाँ देखने आता है।
चाहे पीला ईंट लगे चाहे मिट्टी की दिवाल बने, किसी से कोई मतलब नही है। जिससे सभी ग्रामीण परेशान है। शिकायत करो किसी अधिकारी से तो उलटा शिकायत कर्ता को ही धमकी मिलती है।यहाँ हर कार्य में बंदरबांट होती है विकास के लिए आया सारा पैसा प्रधान व सचिव हड़प लेना चाहते है।
अब सवाल ये उठ रहा है की सरकार की इतनी सख्ती के बाद भी ग्रामप्रधान व सचिव बेलगाम होकर खुलेआम भष्टाचार को बढ़ावा दे रहे है और जिम्मेदार मौन धारण किए हुए है कही राजनीतिक दबाव तो नही जो संदेश के घेरे में है।
क्या कहते है जिम्मेदार
बीडीओ बेलसर प्रणय कृष्ण ने बताया की रद्दी ईंट के कारण निर्माण कार्य रोकवा दिया गया था अगर फिर से पंचायत भवन का निर्माण रद्दी ईंट से हो रहा है तो जाँच करवाकर कार्यवाही करेगे और निर्माण कार्य अभी रोकवाते है।


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