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गोण्डा स्वास्थ्य विभाग का गजब कारनामा: पोस्टमार्टम के उपरांत शरीर से गायब हो गई गंभीर चोटें, हार्ट अटैक से हुई मौत, सीएम के दरबार पहुंचा मामला

 




गोण्डा:युवक की पिटाई से हुई मौत के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट को लेकर बड़ा खेल सामने आया है। पंचनामा रिपोर्ट में चार गंभीर चोटें व सूजन दर्ज की गई है। 



जबकि पंचनामा के करीब 4 घंटे बाद पोस्टमार्टम किया जाता है। जिसमें सभी चोटें गायब हो जाती हैं। सीधे हार्ट अटैक से मौत दर्शाई गई है। रिपोर्ट की प्रमाणित प्रति लेने के बाद परिजनों ने मुख्यमंत्री से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है।



जिले के कौड़िया थाना क्षेत्र के गांव गोसाई पुरवा जेठपुरवा में मजदूरी कर घर वापस लौटते समय बीते 13 अगस्त को थाना से महज 400 मीटर की दूरी पर बाजार में ईदगाह के पास एक युवक को उसके गांव के ही मोबाइल की दुकान कर रहे 4 लोगों ने लाठी डंडे लात घुसा से जमकर पिटाई कर दी। जब युवक बेहोश हो गया तो दबंग उसे छोड़कर भाग गए। 



बेहोशी की हालत में पुलिस ने उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया जहां पर हालत नाजुक होने पर जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। 



करीब 12 घंटे बाद अस्पताल में इलाज के दौरान बीते 14 अगस्त को पिंटू 32 वर्ष की मौत हो गई। इस मामले में कौड़िया थाने पर 504 323, 506, 304 आईपीसी के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया। 



नगर कोतवाली पुलिस ने पंचनामा कराकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आरोप है कि विपक्षी ने पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सक से मिलकर बड़ा खेल करा दिया।



 पीएम रिपोर्ट में चिकित्सक ने शरीर पर कोई भी चोट व सूजन नहीं दिखाई सीधे हार्ट अटैक से मौत दर्शाया गया। 



जब पीएम रिपोर्ट में खेल हो जाने की आशंका परिजनों को हुई तो उन्होंने पंचनामा व पीएम रिपोर्ट की प्रमाणित प्रति निकलवाई। तो उनके पांव तले जमीन खिसक गई।


पीएम रिपोर्ट में हुए खेल को लेकर जनता दर्शन में योगी से मिल लगाई न्याय की गुहार


परिजनों ने मुख्यमंत्री से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है मुख्यमंत्री को दिए गए शिकायती पत्र में कहा गया है कि कस्बा कौड़िया बाजार में दिनदहाड़े मेरे भाई पिंटू व विनोद को गांव की ही सूबेदार व उनके तीन बेटों अर्जुन, अनिल अनूप लाठी-डंडों व लात घुसो से पीट-पीटकर मारा विनोद तो किसी तरह जान बचाकर भाग निकला। लेकिन यह लोग पिंटू को पकड़कर पीटते रहे।



 जब वह बेहोश हो गया तो उसे सड़क पर छोड़कर फरार हो गए। 12 घंटे बाद जिला अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस मामले में पंचनामा में स्पष्ट रूप से मृतक के गुप्तांग (टेस्टिस ) कमर पीठ तथा गले पर चोट व सूजन पंचों के सामने पुलिस द्वारा अंकित किया गया। 


लेकिन 4 घंटे बाद हुई पोस्टमार्टम में सारी चोटें गायब कर दी गई हार्ट अटैक से मौत दिखाई गई। इस रिपोर्ट का हवाला देकर कौड़िया पुलिस दो अभियुक्तों को गिरफ्तार नहीं कर रही है। 


घटना से उनका नाम निकालने के फिराक में है। इसकी पुलिस के अतिरिक्त अन्य किसी माध्यम से जांच करा ली जाए तो सच्चाई खुलकर सामने आ जाएगी।



पीएम के लिए तरबगंज से बुलाए गए डॉक्टर


स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है पीएम रिपोर्ट में हुई हेराफेरी के मामले में तरबगंज के मेडिकल ऑफिसर नवनीत को बुलाए जाने पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।


सीएमओ बोली


पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हेराफेरी के संबंध में जब सीएमओ को बताया गया कि इसकी शिकायत परिजनों ने मुख्यमंत्री से जनता दर्शन में मिलकर किया है। उन्होंने कहा इस प्रकरण की मुझे कोई जानकारी नहीं है। यदि ऐसा है तो यह गंभीर मामला है। संज्ञान में आने पर देखा जाएगा।

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