रजनीश / ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। गेहूं की बुवाई का समय चल रहा है और शुरुआती दौर में ही डीएपी बाजार से गायब है। डीएपी की किल्लत क्षेत्र में बनी हुई है।
साधन सहकारी समितियों पर डीएपी नदारद है। सहकारी समिति करनैलगंज, बरगदी कोट एवं चचरी, चकरौत में भी डीएपी उपलब्ध नहीं है। जिससे प्रतिदिन सैकड़ों किसान समितियों का चक्कर काटने के बाद निजी दुकानों पर पहुंच रहे हैं।
वहां भी डीएपी उपलब्ध ना होने से मायूस होकर लौट जाते हैं। उर्वरकों की दुकानों पर डीएपी ना होने के कारण सन्नाटा पसरा हुआ है। किसान डीएपी की मांग करते हैं और ना होने की बात सुनकर लौटने को मजबूर हो जाते हैं।
उर्वरक व्यापारियों का कहना है कि मौजूदा समय में किसान डीएपी मांग रहा है जो दुकानों पर उपलब्ध नहीं है। ऐसे में व्यापार भी चौपट है।
Tags
gonda