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Lakhimpur Kheri: ईसानगर में हनुमान मंदिर व उनकी प्राण प्रतिष्ठा के 793 वर्ष पूरे होने पर भव्य वार्षिकोत्सव की तैयारी हुई पूरी



भव्य कलश यात्रा के साथ शनिवार से शुरू होंगे कार्यक्रम

1230 ईस्वी में मल्लापुर राजघराने के राजा ने बनवाया था मंदिर

कमलेश

खमरिया खीरी:ईसानगर की ग्राम पंचायत सेमरिया में श्री हनुमान जी का मंदिर व उनकी प्राण प्रतिष्ठा के 793 वर्ष पूरे होने के अवसर पर शनिवार से सात दिवसीय भव्य वार्षिक उत्सव व विशाल कलश यात्रा निकालने के साथ शुरू होगा। जिसको लेकर इसकी तैयारी काफी दिन पहले से की जा रही थी। 



ईसानगर के सेमरिया गांव में स्थित प्राचीन श्री हनुमान जी के मंदिर के 793 वर्ष पूरे होने पर मंदिर समिति के साथ साथ क्षेत्र के सम्भ्रांत लोग शनिवार से भव्य वार्षिकोत्सव मना रहे है। जिसमें सात दिवसीय वार्षिक उत्सव मनाने को लेकर तैयारियां पहले से ही पूरी कर ली गई। 


कार्यक्रम की शुरुआत विशाल कलश यात्रा निकालने के बाद भूमि पूजन से होगी। वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में रहस्य और रास लीला,कथा समेत अन्य कार्यक्रम बरसाना मथुरा के कलाकारों द्वारा मनमोहक एवं सजीव मंचन सात दिनों तक होंगे। 


इस बाबत मेला कमेटी के सदस्य अतुल त्रिपाठी ने बताया कि इस बार वार्षिकोत्सव सात दिनों तक मनाया जाएगा। जिसमें मथुरा से कलाकारों को बुलाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत शनिवार को कलश यात्रा एवं भूमि पूजन से होगी। जिसमें लाखों श्रद्धालु रासलीला व कथा हवन पूजन में भाग लेकर पुण्य के भागीदार बनेंगे।



793 साल पहले सेमरिया में हुई थी हनुमान जी की प्राण प्रतिष्ठा


ईसानगर के सेमरिया गांव में स्थित हनुमान गढ़ी के बारे में बताया जाता है कि 1230 ईस्वी में मल्लापुर राजघराने के राजा गंगा प्रताप सिंह के पूर्वजों ने इस मन्दिर की स्थापना कराई थी। 


माघ महीने के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को स्थापना के बाद से अब तक यहां 14 महंत हो चुके हैं। मौजूदा समय में यहां की बागडोर महंत रामदुलारे अवस्थी के पुत्र केशवराम व वेदप्रकाश के हांथों में है। 


उन्होंने बताया कि पड़ोस के गांव शेखपुर के बढ़ई मक्का के हांथों की निर्मित एक रेहल आज भी गद्दी पर है,जिस पर स्थापना की तिथि व मक्का बढ़ई का नाम भी अंकित है।मन्दिर के संग्रहालय में महंतों के पदचिह्न आज भी सुरक्षित हैं।


इसके अलावा मंदिर में स्थापित हनुमान जी की आदमकद पाषाण प्रतिमा के बाईं ओर स्थापित एक अन्य हनुमान प्रतिमा के कन्धों पर राम लक्ष्मण विराजमान हैं। 


वहीं दूसरी ओर दाईं तरफ शिव जी की दुर्लभ प्रतिमा है। जिनकी पालथी पर पार्वती जी व गणेश जी विराजमान हैं। इस दौरान केशव राम अवस्थी ने  बताया कि सेमरिया हनुमान गढ़ी में साल में तीन बार दीपावली,रामनवमी और अक्षय नवमी को मेला लगता है। 


यहां प्रत्येक शनिवार को साप्ताहिक सत्संग का भी आयोजन किया जाता है। इस सिद्ध हनुमान गढ़ी में बजरंग बली के दर्शन के लिए अन्य प्रांतों से भी लोग हर मंगलवार को आते हैं। इस वर्ष 793 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में भव्य वार्षिकोत्सव मनाने की तैयारी पूरी हो चुकी है। 


कल कलश यात्रा व भूमि पूजन कर कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे। कार्यक्रम में लाखों लोगों के आने की संभावना है।

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