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बुलडोजर बाबा की जय, हमें पास कर दो नहीं तो पढ़ाई छुड़ा दी जाएगी,जानिए यूपी बोर्ड के छात्रों ने उत्तर पुस्तिकाओं में और क्या क्या लिखा?



डेस्क :हाई स्कूल इंटरमीडिएट के परीक्षा की कॉपियों का इन दिनों मूल्यांकन चल रहा है जहां काफी जांच करने वाले शिक्षकों को उत्तर पुस्तिकाओं में ऐसे ऐसे तथ्य मिल रहे हैं कि उन्हें अपनी हंसी रोक पाना मुश्किल हो रहा है ।ऐसे ही एक छात्र के उत्तर पुस्तिका में लिखा मिला कि सॉरी, याद नहीं कर पाए, बुलडोज़र बाबा की जय हो। इस तरह के मामले मूल्यांकन केंद्र में चर्चा का विषय बने हुए हैं।



उत्तर पुस्तिका में मिले नोट

हाई स्कूल इंटरमीडिएट के परीक्षार्थियों ने अच्छे नंबर लाने के लिए काफी जांच करने वाले शिक्षकों को प्रलोभन देने के उद्देश्य 50 से ₹500 तक के नोट रख दिए थे जो अब शिक्षकों को मिल रहे हैं।


उत्तर पुस्तिका में लिखी हास्य पद बातें

शुक्रवार को काफी मूल्यांकन के दौरान शिक्षकों को अजीबोगरीब वाक्य लिखे मिले हैं जिससे शिक्षक भी ठहाके लगाकर हंसने को विवश हो जाए। एक छात्र ने लिखा है कि "याद नहीं कर पाए... सॉरी पॉवर ऑफ बुलडोजर बाबा... योगी की जय हो।



कुछ ऐसा भी लिखा मिला

 एक परीक्षार्थी ने काफी जांच करने वाले शिक्षक के भावनाओं से खेलने का पूरा प्रयास करते हुए

लिखा है कि "मैं बहुत गरीब परिवार से हूं, आप मैडम हों या सर, प्लीज मुझे पास कर दीजिए, वरना मेरी पढ़ाई छुड़वा दी जाएगी।"


 लिखा अनावश्यक बात

 कुछ अन्य कापियों में भी परीक्षार्थियों ने इस तरह की अनावश्यक बातें लिखी हैं। या तो भावनाओं से खेला गया है या फिर प्रलोभन दिया गया है इससे मनगढ़ंत तथ्य परीक्षकों के लिए चुनौती साबित हो रहे हैं। कई परीक्षार्थियों ने शुरुआत में अच्छी राइटिंग में तथ्यपरक उत्तर लिखे हैं, लेकिन दो-तीन पन्नों के बाद लिखावट काफी खराब हो गई है। उत्तर समझ में नहीं आ रहे हैं। कॉपियों के अंत तक पहुंचते-पहुंचते परीक्षक यह भी नहीं समझ पा रहे हैं कि परीक्षार्थी ने क्या लिखा है।


गिर रहा शिक्षा का स्तर

एक शिक्षक की माने तो कि वह पिछले 10 वर्षों से उत्तर पुस्तिकाओं का लगातार मूल्यांकन कर रहे हैं, पिछले कुछ वर्षों से शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है। इसकी मुख्य वजह ये है कि अब बच्चों का रुझान यूपी बोर्ड से कम होने लगा है और सीबीएसई की तरफ ज्यादा है। यूपी बोर्ड में अधिकांश ग्रामीण क्षेत्र के रहने वाले बच्चे हैं। हालांकि उन्हें बेहतर पढ़ाई कराई जा रही है, लेकिन इस तरह बातें शरारती बच्चे लिख देते हैं।



बरेली के राजकीय इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य कुसुमलता राजपूत ने बताया कि कॉपियों का मूल्यांकन बहुत ध्यान से किया जा रहा है। कुछ कॉपियों में इस तरह की चीजें सामने आई हैं।

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