रमेश कुमार मिश्रा
गोंडा: गुड़िया त्योहार मानने के लिए अपने मायके गई भौजाई ने अपनी ननद को अपने भाई संग भगवा दिया। जिसके बाद फोन के माध्यम से ससुराल में ननद के भाग जाने की बात कही। जिससे परिजनों के पांव तले जमीन खिसक गई। पीड़ित चाचा आनन फानन में भाग कर बेटे के ससुराल पहुंचा लेकिन उसकी भतीजी तब तक अपने प्रेमी संग फरार हो चुकी थी।
प्रेमिका के भाई ने क्राइम जंक्शन से बात करते हुए बताया कि वे भाई बहन छोटे थे तभी उनके सिर से मां बाप का साया उठ गया। चाचा के साथ ही रहते है, जीविकोपार्जन के लिए प्रदेश में रहकर मेहनत मजदूरी करता हूं। गुड़िया त्योहार के दो दिन पूर्व त्योहार मानने के लिए घर पर आया। उसके दूसरे दिन चाचा की बहू गुड़िया का त्योहार मनाने के लिए मायके जाने लगी तब बहन को भी ले जाने लगी। मना करने पर यह कह कर मना लिया कि हमारे ऊपर विश्वास नहीं है तभी नही जाने दे रहे हो। जिसके बाद त्यौहार करने के बहाने दोनों तरबगंज थाना क्षेत्र के एक गांव भौजाई के मायके गई। लड़की के भाई ने बताया कि भौजाई के भाईयो की शादी नही हुई है, सब कुंवारे है। इस लिए भौजाई ने अपने ही भाई संग अपने परिजनों के सहयोग से भगवा दिया है।
मामले में पीड़ित चाचा ने स्थानीय पुलिस में गुहार लगाई लेकिन पुलिस मामले को लेकर टालमटोल करती रही। थकहार पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई जहां पुलिस अधीक्षक ने मामले में मुकदमा दर्ज करने का आदेश जारी कर दिया।
उमरीबेगम पुलिस में दर्ज कराए गए मुकदमे में थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी पीड़ित ने कहा है कि उसके भाई की नाबालिग लड़की को उसकी बहू अपने साथ बीते शनिवार अपने मायके लेकर गयी थी, जो पीड़ित की सगी बहू है । मायके जाकर पीड़ित के भाई की लड़की को अपने भाई के साथ भगवा दिया है। जिसकी जानकारी बहू ने स्वयं फोन करके रविवार को दिया। तब पीड़ित स्वयं व अपने भतीजे के साथ बहू के मायके गया, सही बात की जानकारी किया, लेकिन वहां पर कोई नही मिला। मौके पर सिर्फ बहू व बहू की मां मिली जिनके द्वारा बताया गया कि लडकी की तलाश करवाया जा रहा शाम तक जानकारी दे दिया जायेगा।
पीड़ित के तहरीर पर उमरीबेगमगंज पुलिस ने पीड़ित के बहू, समधी,समधन और बहू के भाईयो समेत सात लोगों के विरुद्ध सुसंगत धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ