कमलेश
धौरहरा-खीरी:धौरहरा क्षेत्र के गांवों को जोड़ने के लिए खमरिया पंडित व लाखुन समैसा के बीच बनवाईं जाने वाली सड़क पर बिना काम करवाए ही करीब छह महीने पहले काम पूरा होने का बोर्ड लगवा दिया गया। जिसको देखकर लोगों को काम पूरा हो जाने की जानकारी हुई तो तरह तरह की चर्चाएं शुरू हो गई। बता दे कि सड़क का निर्माण प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत एफ.डी.आर. टेक्नोलॉजी के तहत किया जाना है।
धौरहरा तहसील क्षेत्र के खमरिया पण्डित से लाखुन समैसा मार्ग का निर्माण प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत स्वीकृत हुआ था। जिसके निर्माण के लिए धन भी स्वीकृत कर दिया गया। काफी समय बीत जाने के बाद भी लोग खराब सड़क पर निकलने को मजबूर हैं। खमरिया पण्डित सहित आस-पास के ग्रामीण उस समय अचरज में पड़ गए जब कुछ दिन पहले ही सड़क किनारे बिना सड़क बने ही निर्माण कार्य पूर्ण होने का बोर्ड लगवा दिया गया। लगे बोर्ड के अनुसार खमरिया पण्डित से लाखुन समैसा मार्ग लम्बाई 8.70 किलोमीटर एफ.डी.आर. टेक्नोलॉजी के तहत प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनवाया जाना है। जिसको बनाने के लिए शासन द्वारा 887.26 लाख रुपए की धनराशि स्वीकृत की गई है। जिसको कार्यदाई संस्था द्वारा 02 मई 2022 से 01 मई 2023 के मध्य करवाना था। निर्माण कार्य पूर्ण करवाने की समय-सीमा के छः महीने बीत जाने के बाद भी काम शुरू न किए जाने के बावजूद मार्ग के किनारे निर्माण कार्य पूरा होने का बोर्ड लगवा दिए जाने से क्षेत्रीय लोगों में तरह तरह की चर्चाएं व्याप्त हैं। बताया जाता है कि प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनवाई जाने वाली सड़कों का पांच वर्ष तक कार्यदाई संस्था द्वारा अनुरक्षण किया जाता है। जिसके तहत स्वीकृत धनराशि से ही कुछ धनराशि कार्यदाई संस्था को अनुरक्षण अवधि के बाद ही दी जाती है। लोगों में चर्चा है कि कही अनुरक्षण अवधि कम करने के लिए ही तो समय से नही बनवाई गई है सड़क। खमरिया पण्डित से लाखुन समैसा मार्ग को बनवाने के लिए सड़क किनारे लगे बोर्ड के अनुसार 887.26 लाख रुपए की धनराशि स्वीकृत की गई है। जिसके अनुरक्षण के लिए
80.26 लाख की धनराशि है। वही इस बाबत जेई आर.ई.डी हिमांशु वर्मा ने बताया कि बोर्ड का लगना व सड़क निर्माण कार्य होने न होने में बहुत अंतर है,न्यू टेक्नोलॉजी से सड़क बनाने को लेकर काम लेट हो गया है,15 अक्टूबर के बाद इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। सड़क पूर्ण रूप से बनने के बाद ही अनुरक्षण का समय शुरू होगा।