बनारसी मौर्या /अविनाश श्रीवास्तव
नवाबगंज गोंडा:शिवदयालगंज श्री अवध रामलीला समिति कटरा शिवदयालगंज के बैनर तले आयोजित श्री रामलीला महोत्सव के 11वें दिन नारतक वध एवं रावण वध की लीला का मंचन किया गया l लीला का शुभारंभ कृष्ण राधा की भव्य एवं दिव्य झांकी सजाकर की गई l मुख्य अतिथि दुर्गागंज प्रधान राधेश्याम यादव एवं विशिष्ट अतिथि बालापुर प्रधान रिशु श्रीवास्तव, तुरकौली प्रधान राहुल सिंह, कनकपुर प्रधान विपिन सिंह, फतेहपुर प्रधान महादेव सागर ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलं, आरती एवं पूजन कर कार्यक्रम की शुभारंभ की l तत्पश्चात रावण अपने सैनिकों के साथ मंत्रणा करके नारतक को बुलवाता है l जो राम दल में जाकर भीषण संग्राम करता है जिससे हाहाकार मच जाता है l तभी आकाशवाणी द्वारा जानकारी होती है कि नारतक का वध सुग्रीव के पुत्र दधिबलि के हाथों होगी इस प्रकार दधिबलि को बुलवाया जाता है l जिसके हाथों नारनतक का वध होता है l यह समाचार सुनकर रावण विचलित हो जाता है l और स्वयं अपनी सारी सेनाओ के साथ युद्ध के लिए रणभूम में चल देता है l मंदोदरी के बार बार मना करने के बाद भी रावण मंदोदरी को धक्के मार के महल में कर देता है l और रणभूम में चला जाता है l जहां भीषण संगम होता है l बार-बार सिर काटने पर भी रावण ठहाके लगाकर हंसता है l और राम का उपवास करता है l इस प्रकार विभीषण के बताएं अनुसार राम रावण के नाभि में अमृत को अग्निबाण का अनुसंधानकर सुखा देते हैं l फिर भी रावण का जब मृत्यु नहीं होता और भीषण संग्राम कर रावण राम की सेनो को परस्त करने लगता है l तो पुनः प्रभु श्री राम विभीषण से इसके मृत्यु का उपाय पूछते हैं l इस प्रकार विभीषण जी बताते हैं कि रावण का कॉलबाण उनकी पत्नी मंदोदरी के पास है l यदि उसको किसी प्रकार से मंगवाया जाए और उसका अनुसंधान किया जाए तो उस कालबाण से रावण की मृत्यु संभव है l इस कार्य के लिए भी हनुमान को चुना जाता है l और हनुमान जी साधु का रूप धारण कर लंका में प्रवेश करते हैं l और मंदोदरी से रावण का कालबाण ले आते हैं l उसका अनुसंधान कर प्रभु श्री राम अनाचारी , अत्याचारी, पापचारी रावण का वध कर देते हैं l जैसे ही रावण का विशालकाय शरीर धरती पर गिरता है जय श्री राम के नारों से पूरा महोत्सव गूंजायमान हो जाता है l इस अवसर पर लगभग 21 फीट ऊंचा विशालकाय रावण के पुतला का दहन किया गया l महोत्सव में आयोजित रामलीला मंचन में किरदार निभाने वालों में प्रमुख रूप से राम सरवन गुप्ता, लक्ष्मण शुभम गुप्ता, रावण अनूप कुमार गुप्ता ,विभीषण आनंद दास, हनुमान इंद्रपाल, सुग्रीव रंजीत, नरमतक परमानंद गुप्ता, ददीबल मनोज गुप्ता, रजनीश कमलापुरी, गौरी शंकर गुप्ता, राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, बसंत लाल, धर्मेंद्र सोनी, ऋषभ गुप्ता, शक्ति गुप्ता, राज गुप्ता आदि के किरदार को दर्शकों ने खूब सराहा l कार्यक्रम का संचालन विनोद कुमार गुप्ता निर्देशन कपिल नाथ ने किया l
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ