रमेश कुमार मिश्र
तरबगंज गोण्डा।तरबगंज थानाक्षेत्र के ग्रामपंचायत धौरहराघाट निवासी पीड़ित रामफेर ने डीएम से लेकर सीएम तक दिये प्रार्थनापत्र में सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा की चकबन्दी अधिकारी ने हेराफेरी कर हमारी बेसकीमती जमीन दूसरे के नाम दर्ज करवा दिया है जिसके लिए 11वर्षो से दौड़ रहा हूँ लेकिन कोई सुनवाई नही हो रही है।
बताते चले की तरबगंज थानाक्षेत्र के ग्रामपंचायत धौरहराघाट निवासी पीड़ित रामफेर व सुखलाल पुत्र सम्पत्ति ने दिनाँक 02/11/2023 को डीएम व सीएम को दिए प्रार्थनापत्र मे सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा है कि गाटा सं 1/268 जो ग्रामपंचायत धौरहराघाट के तरबगंज नबाबगंज हाईवेरोड के किनारे की खतौनी है जिसके बगल पड़े बंजर जमीन की चकबन्दी अधिकारी ने मालियत लगाकर हमारी गाटा सं में हेराफेरी कर दूसरे के नाम खतौनी बना डाली जिसमे हमारी बेशकीमती जमीन लगभग तीन गट्ठा कम हो गई है जिसकी शिकायत बन्दोबस्त अधिकारी के न्यायालय पर की जहाँ बन्दोबस्त अधिकारी ने जाँच करवाई तो फर्जी खतौनी व गलत मालियत पाई गई जिस पर तत्काल कार्यवाही करते हुए चकबन्दी अधिकारी के आदेश 23/10/1998 को 07/06/2014 को निरस्त कर दिया और चकबन्दी अधिकारी को निर्देशित किया की उभय पक्षो को सुनकर व स्थलीय निरीक्षण कर प्रार्थनापत्र पर प्राप्त शिकायत का पुन: निस्तारण करे लेकिन चकबन्दी अधिकारी केवल तारीख पर तारीख देते है जो लगभग 11वर्ष बीत गया और शिकायत का निस्तारण नही कर रहे है जबकि उपसंचालक चकबन्दी महोदय ने भी जाँच करवाई जो प्रार्थी की शिकायत सही पाई गई फिर भी चकबन्दी अधिकारी पूछने पर कहते है की सुलह समझौता करलो या हम करवा दे नही तो कई अधिकारी इस फर्जीवाड़े में फंस जायेगे जिससे परेशान होकर पीड़ित ने डीएम गोण्डा,आयुक्त देवीपाटन मंडल, व मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार की है।
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