पं श्याम त्रिपाठी
गोंडा:पड़ोस की भौजाई से इकरारनामा कर मंदिर में ब्याह रचा कर घर वालों से रिश्ते छुपा कर रखना युवक को महंगा पड़ गया। घर वालों ने जब शादी तय कर दी तो पड़ोस में रहने वाली पत्नी ने पुलिस का दरवाजा खटखटाया।पति नई दुल्हन लाने के लिए बारात लेकर निकलने वाला था। लेकिन बीवी की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने आरोपी पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
मिली जानकारी के अनुसार नवाबगंज थाना क्षेत्र के एक युवती का विवाह 15 वर्ष पूर्व हुआ था। 5 साल बाद उसको एक बच्चे का जन्म हुआ। कुछ दिन बाद पति की मौत हो गई। इसी दौरान युवती का पड़ोस के देवर से संपर्क हो गया। जिसके बाद दोनों ने स्वेच्छा से उमरी बेगमगंज थाना क्षेत्र के उत्तरी भवानी मंदिर में ईश्वर को साक्षी मानकर ब्याह रचाया। एक सप्ताह बाद दोनों ने गोंडा में सक्षम अधिकारी के सामने पेश होकर राजी नामा के तहत रजिस्टर्ड ब्याह किया। लेकिन यह बात लड़के ने अपने परिजनों से छुपा कर रखी थी। इसलिए घर वाले लड़के का विवाह करने की उम्मीद लगाए हुए थे। इसी दौरान थाना क्षेत्र के एक गांव से रिश्ता आया। जिसको घर वालों ने मंजूर कर लिया। शनिवार को विवाहिता के पति को बारात लेकर नई दुल्हन लाने जाना था। बारात सजने से पहले ही पड़ोस में रहने वाली पत्नी थाने पर पहुंच गई। पुलिस में पहुंचकर पत्नी ने अपने पति का दूसरा विवाह रोकने की गुहार लगाई। मामले में पुलिस ने विवाहिता के शिकायती पत्र पर आरोपी पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस को दिए गए शिकायती पत्र में विवाहिता ने कहा है कि नवाबगंज थाना क्षेत्र के इस्माइलपुर गांव के रहने वाले सुनील यादव पुत्र सुरेमन से उसका विवाह हुआ था। दोनों पति-पत्नी की तरह रह रहे थे। शादी में दहेज न देने के कारण मारते पीते हुए प्रताड़ित करते थे। शनिवार को थाना क्षेत्र के एक गांव में किसी से शादी करने जा रहे हैं। अपने मायके में किसी तरह से गुजर बसर कर रही हूं।
वही इस बाबत नवाबगंज थाना प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार राय ने दूरभाष पर बताया कि महिला के शिकायती पत्र पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। बरात नहीं आने के मामले में वधू पक्ष के परिजन भी अवगत हैं। आरोपों की जांच पड़ताल की जा रही है।
Jinda bad
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