अभय शुक्ला
लालगंज प्रतापगढ़:विपक्ष के उप नेता प्रमोद तिवारी ने राज्य सभा में भाजपा के पहले चरण के घोषित प्रत्याशियों के खुद प्रत्याशी न बनने के निर्णय को जनता के सरकार के प्रति रोष का कड़वा नतीजा कहा है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने महंगाई, बेरोजगारी की अपने कार्यकाल में जनता को जो दर्द परोसा है उससे देशभर में भाजपा को लेकर जगजाहिर गुस्सा भाँप कर ही नामचीन चेहरे प्रत्याशी बनने को तैयार नहीं हो रहे ।
राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने भाजपा द्वारा पश्चिम बंगाल से मशहूर भोजपुरी अभिनेता एवं सिंगर पवन सिंह, दिल्ली से जाने माने क्रिकेटर गौतम गंभीर, और केन्द्र सरकार में वित्त राज्य मंत्री जैसे ओहदे पर रहे जयंत सिनहा के द्वारा खुद को प्रत्याशी से हटने के फैसले को भाजपा के सत्ता से बेदखल होने की जमीनी हकीकत पहचानने का निर्णय बताया।
उन्होंने कहा कि देश के राजनैतिक इतिहास में शायद यह पहला सियासी मौका है जब किसी राष्ट्रीय राजनीतिक दल से तीन तीन प्रभावशाली चेहरे भाजपा से अपनी उम्मीदवारी को असुरक्षित मानकर प्रत्याशी नहीं होने के खुद के निर्णय की बाध्यता में दिखे हों।
राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी का बयान रविवार को मीडिया प्रभारी ज्ञान प्रकाश शुक्ल के हवाले से निर्गत हुआ है।
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