सलमान असलम
बहराइच, 09 मार्च: पशुधन एवं दुग्ध विकास, राजनैतिक पेंशन, अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज तथा नागरिक सुरक्षा विभाग के माननीय मंत्री, श्री धर्मपाल सिंह ने जनपद भ्रमण के दौरान लो.नि.वि. निरीक्षण भवन, बहराइच में पशुधन एवं दुग्ध विकास विभाग के अधिकारियों के साथ विभागीय कार्यों की समीक्षा की।
विभागीय कार्यों की समीक्षा के दौरान मंत्री श्री सिंह ने निर्देश दिए कि निष्क्रिय दुग्ध समितियों को क्रियाशील करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं। उन्होंने निर्माणाधीन वृहद गौसंरक्षण केन्द्रों के कार्य को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए।
निर्देश और उपाय:
निर्माणाधीन केन्द्रों का पूरा करना: निर्माणाधीन वृहद गौसंरक्षण केन्द्रों के कार्य को जल्दी से पूरा किया जाय।
गोवंशों की सुरक्षा और देखभाल: शासन द्वारा निर्धारित मानक के अनुसार संरक्षित गोवंशों को चारे-पानी, भूसा, आवास, और चिकित्सा सुविधाओं के साथ उपलब्ध कराया जाए।
कर्मिकों की भुगतान और बिलों का समय पर भुगतान: कार्यरत कार्मिकों और केयर टेकरों को समय पर मानदेय और अन्य मदों का लंबित न किया जाए।
हेल्पलाइन और संचार: स्थानीय स्तर पर हेल्पलाइन नंबर का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाए ताकि निराश्रित गोवंशों के सम्बन्ध में आमजन को सहायता मिल सके।
योजनाओं में सहभागिता बढ़ाना: सहभागिता योजना का दायरा बढ़ाकर अधिक लोगों को प्रेरित किया जाए।
दुग्ध समितियों का सक्रिय करना: निष्क्रिय दुग्ध समितियों को सक्रिय करने और समय पर भुगतान करने के लिए उत्साहित किया जाए।
दुग्ध उत्पादन में नस्ल सुधार पर फोकस: नस्ल सुधार पर विशेष ध्यान देकर दुग्ध उत्पादन में वृद्धि हेतु कदम उठाए जाएं।
मिल्क पार्लर खोलना: जिले के प्रमुख स्थानों पर मिल्क पार्लर खोलने के निर्देश द्वारा निर्धारित मानक तथा स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार टीकाकरण एवं पशु उपचार के लिए अभियान संचालित करते रहें। गोआश्रय स्थलों में संरक्षित गोवंशों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें उपचार उपलब्ध कराएं तथा गौआश्रय स्थलों में मौसम के अनुकूल व्यवस्थाएं की जाएं।
मंत्री श्री सिंह ने दुग्ध विकास विभाग की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि जनपद में दुग्ध समितियों का समय पर भुगतान किया जाए तथा निष्क्रिय समितियों को क्रियाशील किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने तराई के क्षेत्र में दुग्ध उत्पादन की कमी को ध्यान में रखते हुए मिल्क पार्लर की स्थापना के निर्देश भी दिए।
मंत्री श्री सिंह ने उच्चतम नेतृत्व के तहत किसान और पशुपालकों की खुशहाली को महत्वपूर्ण माना और उन्हें उत्साहित किया कि वे अधिक से अधिक सहभागिता में जुटें ताकि पशुओं की देखभाल और उत्पादन में सुधार हो सके।


एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ