बनारसी मौर्या
नवाबगंज (गोंडा) क्षेत्र के महंगूपुर गाँव में सोमवार को श्रीमदभागवत कथा प्रारम्भ हुई। कथा के पूर्व कुटिला सरयू नदी से जल भरकर महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली गयी।
महंगूपुर में आयोजक देवमणि मिश्रा के यहां सोमवार को श्रीमदभागवत कथा प्रारम्भ हुई। अयोध्या धाम से पधारे कथा प्रवाचक आचार्य विद्याभूषण शरण जी महाराज ने प्रथम दिन भागवत की महिमा का वर्णन किया। कथा प्रवाचक ने कहा कि भागवत कथा का श्रवण कर 84 लाख योनियों से मुक्ति मिलती है। यह कथा देवों के लिए भी दुर्लभ है। यह कथा शिव जी ने पार्वती जी को सुनाई थी। वहीं से इसे शुकदेव जी ने सुना और राजा परीक्षित को सुनाई। कथा प्रवाचक ने कहा कि कथा के प्रभाव से ही प्रेत योनि में फंसे धुंधकारी का उद्धार हुआ तथा कथा प्रभाव से गोकर्ण ने माता पिता को भी मोक्ष कराया। कथा का प्रभाव कलियुग में बहुत प्रभावी है। भागवत कथा सब प्रकार से मंगल करने वाली है। कथा में त्रिभुवन पांडेय, राजीव पांडेय, झिनकारी, अनुराग पांडेय, राजू, सौरभ पांडेय, शिवा मिश्रा, मारुति नंदन, नरसिंह मिश्र, विनीत आदि लोग उपस्थित रहे।
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