डेस्क:सरकारी राइफल से रेलवे स्टेशन पर 30 वर्षीय सिपाही ने गोली मार का सुसाइड कर लिया। सुसाइड से पहले सिपाही ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म व्हाट्सएप ग्रुप पर कुछ हैरानी भरी पंक्तियां लिखकर पोस्ट किया था। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर गोली चलते ही भगदड़ मच गई। रेलवे कर्मी जब तक मौके पर पहुंचते तब तक सिपाही के सांसे थम गई थी।
शुक्रवार के शाम उत्तर प्रदेश के अमरोहा में रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर बने बेंच पर बैठे 30 वर्षीय सिपाही तैयब खान ने सरकारी रायफल को दोनो टांगो के बीच खड़ा करके जबड़े में सटा कर चला लिया,जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सिपाही ने जहां सुसाइड किया, रेलवे स्टेशन का वह क्षेत्र सुनसान रहता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सिपाही तैयब बागपत के न्यायालय सुरक्षा में तैनात था। संभल के चुनाव में ड्यूटी लगने पर वह घर के नजदीक होने के कारण से ड्यूटी के बाद घर चला गया था, वहां से वापस लौट के दौरान शुक्रवार के शाम रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर सरकारी रायफल से सुसाइड कर लिया। सिपाही के आत्महत्या का मामला गृह क्लेश माना जा रहा है।
सिपाही ने व्हाट्सएप ग्रुप पर पोस्ट किए गए पंक्ति में कहा कि “जो मैं करने जा रहा हूं' मुझे माफ करना' उसे मेरी बुजदिली मत समझना, इसके अलावा कोई रास्ता नहीं है”
इंस्पेक्टर का बेटा था सिपाही
मिली जानकारी के मुताबिक मृतक सिपाही तैयब खान 2015 बैच का था। तैयब के पिता शौकीन अहमद इंस्पेक्टर रह चुके हैं। बीते वर्ष के नवंबर माह में सहारनपुर में कार्यरत रहते हुए रिटायर हुए हैं। तैयब के बहन का पति नासिर भी सिपाही है।
सिविल ड्रेस में था सिपाही
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सुनने में आ रहा है कि शुक्रवार के शाम घर में किसी प्रकार से हुए विवाद के बाद वह सर्विस राइफल लेकर निकाला था, तब घर वालों ने उसकी खोजबीन की, लेकिन नहीं मिला। घर के लोगों ने फोन करके उसका लोकेशन पूछा तो उसने स्पष्ट नहीं बताया। उन्होंने बताया कि स्टेशन पर मौजूद लोगों से जानकारी प्राप्त हुई है कि प्लेटफार्म नंबर दो पर बने बेंच पर सिविल ड्रेस में बैठे युवक ने अपने जबड़े से सटा कर राइफल चला करके सुसाइड कर लिया है।
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