उत्तर प्रदेश के हरदोई में सरपंच की सरेआम पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। सात आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हत्या के पीछे की वजह यह थी कि मृतक पर हत्या के आरोप थे।
सरपंच की सरेआम पीट-पीटकर हत्या! लाठी-डंडों से हमला कर उतार दिया मौत के घाट, सात आरोपी हिरासत में
उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के बेनीगंज थाना क्षेत्र में उस वक्त सनसनी फैल गई, जब एक व्यक्ति की दिनदहाड़े लाठी-डंडों से पीट-पीटकर निर्मम हत्या कर दी गई। मरने वाला कोई और नहीं, बल्कि इलाके का रहने वाला सरपंच निकला। इस दर्दनाक वारदात ने पूरे क्षेत्र को दहला कर रख दिया है।
जानकारी के मुताबिक, ग्राम भैनगांव में 7 अप्रैल की दोपहर एक व्यक्ति के साथ जमकर गाली-गलौज और मारपीट की सूचना मिली। युवक ने मौके से भाग कर एक घर में घुसकर अपनी जान बचाने की कोशिश कि लेकिन हमलावर बेकाबू हो चुके थे। इधर किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। मौके पर पहुंची पुलिस को जो मंजर दिखा, वो रूह कंपा देने वाला था। अटिया मझिगवां का रहने वाले सरपंच महावत को गांव के ही कुछ लोगों ने बुरी तरह से पीटा था। सिर पर लाठी-डंडों व फरसे वार किया, हमला इतना भीषण था कि उन्हें तुरंत अस्पताल भेजा गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
हत्या में शामिल सात आरोपी पुरुष और महिलाएं शामिल पुलिस की जांच में सामने आया कि इस दिल दहला देने वाली हत्या को अंजाम देने वालों में सिर्फ पुरुष ही नहीं, बल्कि महिलाएं भी शामिल थीं। नामजद आरोपियों में शामिल हैं:
सर्वेश पुत्र बंशी, रूप पुत्र कमल, वीरू पुत्र रामपाल, राहुल पुत्र रामपाल, इंतजारी पत्नी श्यामू, सरबत्तू पत्नी किशोर और नीता पत्नी स्व. मोईन सभी आरोपी ग्राम अटिया मझिगवां के रहने वाले हैं।
हत्या की वजह पर सस्पेंस बरकरार
फिलहाल हत्या के पीछे की असल वजह पुलिस ने उजागर नहीं की है, लेकिन सूत्रों की मानें तो पुरानी रंजिश की जड़ है। मृतक हत्या के मामले में आरोपी था, जिसके लिए वह जेल गया था, जहां से छूटने के बाद वह गांव-गांव घूम कर चप्पल बेचने का काम करता था, इसी दौरान विपक्ष के लोगों ने उसे देख लिया। हत्या के आरोपी सरपंच को देखते ही विपक्षियों का खून खौल उठा। हालांकि पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है।
पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक हरदोई खुद मौके पर पहुंचे और जांच के आदेश दिए। बेनीगंज थाना प्रभारी कृष्णबली सिंह की अगुवाई में टीम ने सभी सातों आरोपियों को हिरासत में ले लिया है और पूछताछ जारी है।
इस वारदात ने पूरे इलाके को झकझोर दिया है। ग्रामीणों में डर का माहौल है और लोग यह सवाल उठा रहे हैं, क्या अब कानूनी कार्रवाई होने के बाद भी लोग खुद न्याय के ठेकेदार बनेंगे।
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