कापसहेड़ा के फन एंड फूड विलेज में रोलर कोस्टर राइड के दौरान दर्दनाक हादसा, 24 वर्षीय प्रियंका की मौत। मंगेतर संग गई थी घूमने, पर लौटी अर्थी बनकर। जानिए पूरी कहानी।
मंगेतर संग गई थी प्यार के पल बिताने, लौट आई अर्थी बनकर, दिल्ली वॉटर पार्क हादसे की दर्दनाक कहानी
दिल्ली की भागती-दौड़ती ज़िंदगी से एक पल सुकून चुराने निकले दो दिलों को शायद क्या पता था कि उनकी प्रेम कहानी बीच रास्ते में यूँ टूट जाएगी। कापसहेड़ा स्थित ‘फन एंड फूड विलेज’ में 3 अप्रैल की शाम को जो हुआ, उसने न सिर्फ एक परिवार की खुशियां छीन लीं, बल्कि एक सवाल भी छोड़ दिया – क्या हमारे मनोरंजन स्थलों की सुरक्षा बस दिखावे तक ही सीमित है?
प्यार भरे पल बने मातम की वजह
24 वर्षीय प्रियंका, जो एक प्राइवेट कंपनी में सेल्स मैनेजर के पद पर कार्यरत थी, अपने मंगेतर निखिल के साथ वीकेंड पर फन एंड फूड विलेज घूमने गई थी। फरवरी 2026 में उनकी शादी तय थी, लेकिन उससे पहले वे कुछ यादगार लम्हे जी लेना चाहते थे। दोपहर 1 बजे पार्क पहुंचे दोनों प्रेमी, हँसी-खुशी कई राइड्स का आनंद लेते रहे। लेकिन शाम होते-होते वो राइड आ गई, जिसने सब कुछ बदल दिया।
ऊंचाई से गिरकर टूटी सांसें
करीब 6 बजे प्रियंका और निखिल ने रोलर कोस्टर की राइड ली। राइड जैसे ही ऊंचाई पर पहुंची, अचानक झूले का स्टैंड टूट गया। प्रियंका तेज़ी से नीचे गिर गई। निखिल की आंखों के सामने वो लम्हा जैसे ठहर गया। चीखें गूंजीं, भीड़ जमा हुई, लेकिन प्रियंका के टूटते शरीर से ज़िंदगी पहले ही फिसलने लगी थी।
अस्पताल पहुंची तो सब कुछ खत्म हो चुका था
प्रियंका को आनन-फानन में नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। एक मुस्कुराती ज़िंदगी, जो अभी अपने पंख फैलाने ही वाली थी, अचानक सन्नाटे में बदल गई। प्रियंका के मंगेतर और परिवार पर जैसे दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
भाई का आरोप “अगर मरम्मत चल रही थी तो राइड चालू क्यों थी?”
प्रियंका के भाई मोहित ने पार्क प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि राइड में पहले से खराबी थी, लेकिन इसे बंद करने की बजाय चालू रखा गया। हादसे के बाद रोलर कोस्टर वाले हिस्से को मरम्मत के नाम पर सील कर दिया गया, क्या ये लापरवाही छुपाने की कोशिश नहीं?
क्या मौत के बाद ही जागेगा सिस्टम?
इस हादसे ने एक बार फिर सुरक्षा मानकों की पोल खोल दी है। दिल्ली पुलिस ने बीएनएस की धारा 289 और 106 के तहत मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन सवाल वही हैं, क्या सिर्फ एफआईआर दर्ज कर लेने से प्रियंका लौट आएगी? क्या भविष्य की प्रियंकाएं बच जाएंगी?
एक अधूरी कहानी, एक टूटा सपना
प्रियंका की मौत सिर्फ एक दुर्घटना नहीं थी, बल्कि पूरे सिस्टम की नाकामी का सबूत थी। वो लड़की जो सपनों से भरी हुई थी, जिसने प्यार को जीना शुरू ही किया था, अब सिर्फ तस्वीरों और यादों में रह गई है। उसकी कहानी अधूरी रह गई, वो कहानी जिसे पूरा करने का सपना उसके माता-पिता और मंगेतर ने देखा था।
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