सिद्धार्थनगर में 22 वर्षीय सर्राफा व्यापारी सुनील वर्मा की अधजली लाश खेत में मिलने से मचा हड़कंप। आखिरी बार एक ग्राहक को जेवर दिखाने गया था। पुलिस जांच में जुटी है।
भयानक मर्डर मिस्ट्री: जेवर दिखाने गया था सुनील, अधजली लाश बनकर लौटा, सिद्धार्थनगर में सनसनी
उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर से एक ऐसी दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे जिले को झकझोर कर रख दिया। एक 22 वर्षीय युवक जो ज़िंदगी की दौड़ में अपनी मेहनत और हुनर से नाम कमाना चाहता था, वह अचानक रहस्यमयी तरीके से गायब हो गया। और जब उसका पता चला, तब वह पहचान से परे एक अधजली लाश बन चुका था।
शाम को निकला था सोने-चांदी के सपने लेकर, शाम को बुझ गई सांसें
मोहाना थाना क्षेत्र के रामपुर निवासी सुनील वर्मा एक सर्राफा व्यापारी था। उसका अपना एक छोटा सा आभूषण केंद्र था, जो रामपुर चौराहे पर स्थित था। 5 अप्रैल की शाम वह कुछ गहनों के नमूने लेकर एक संभावित ग्राहक के घर गया था, लेकिन वह लौटकर कभी घर नहीं आया।
परिजनों से हुई आखिरी बात:
शाम होते-होते परिजनों को चिंता होने लगी। जब देर रात तक सुनील की कोई खबर नहीं मिली, तब परिवार ने मोहाना थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। सुनील के भाई का कहना है कि उसकी आखिरी बातचीत सुनील से फोन पर हुई थी, वह एक ग्राहक को जेवर दिखा रहा था और कुछ ही देर में लौटने की बात कर रहा था। लेकिन इसके बाद उसका फोन बंद हो गया।
अधजला शव, एक खौफनाक सन्नाटा
, देर रात को सदर थाना क्षेत्र के परसोहिया बरगदवा गांव के पास एक खेत से बदबू आने लगी। स्थानीय लोगों ने जब खेत में झांका, तो वहाँ एक अधजली लाश पड़ी हुई थी। शरीर का ऊपरी हिस्सा पूरी तरह जल चुका था। पुलिस को सूचना दी गई। फील्ड यूनिट और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची, पर लाश की पहचान करना मुश्किल हो रहा था। सुबह जब परिजन बुलाए गए, तब जल चुके शरीर को देखकर उन्होंने पहचान की पुष्टि की, वह उनका सुनील था।
हत्या या साजिश? उठने लगे कई सवाल
जिस तरह से सुनील की लाश अधजली अवस्था में मिली, उससे साफ है कि मौत सामान्य नहीं थी। परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। उनका कहना है कि सुनील को सुनियोजित तरीके से मारकर उसकी पहचान छुपाने के लिए लाश को जलाया गया।
नामजद आरोपियों पर मुकदमा दर्ज, जांच तेज
परिवार की तहरीर पर पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की है और उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की जारी कर दी है। सिद्धार्थनगर के अपर पुलिस अधीक्षक ने बयान जारी करते हुए कहा कि घटना की गंभीरता को देखते हुए फील्ड यूनिट की टीम द्वारा साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। जांच जारी है और दोषियों को जल्द ही कानून के शिकंजे में लिया जाएगा।
"भाई घर नहीं आया... और अगली सुबह राख बन चुका था"
सुनील के परिवार पर जैसे वज्रपात हुआ है। परिजनों की आंखें अधजले सुनील को निहार कर पहचान ढूंढ़ती रहीं। रो रो कर उनका कहना था कि सुनील तो गहने बेचने गया था, किसी का गुनाह नहीं किया... फिर उसके साथ इतनी बेरहमी क्यों?"मोहल्ले में मातम पसरा है, पूरा गांव सुनील के शांत स्वभाव और मेहनती स्वभाव को याद कर रहा है।
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