बस्ती जिले के सोनहा क्षेत्र से शर्मनाक मामला, शिक्षक अली आजम ने लड़कियों के नहाने की जगह लगाया चोरी से CCTV कैमरा। पुलिस ने शांति भंग में चालान कर मामले को रफा-दफा किया। ग्रामीणों में आक्रोश।
बस्ती जिले के सोनहा थाना क्षेत्र के एक गांव से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने शिक्षा की गरिमा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यहां प्राइमरी स्कूल का शिक्षक अली आजम, गुरु का चोला पहनकर भी अपनी करतूतों से बाज नहीं आया। इस तथाकथित गुरुघंटाल ने महिलाओं के नहाने की जगह पर चोरी-छिपे CCTV कैमरा लगा दिया था ताकि उनकी निजी जिंदगी में ताक-झांक कर सके।
बताया जा रहा है कि अली आजम के इस शर्मनाक खेल का भांडा तब फूटा जब कुछ ग्रामीणों ने शक होने पर मामले की तहकीकात की। शिकायत मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और वहां से CCTV कैमरा बरामद कर लिया। लेकिन हैरानी की बात यह रही कि इतनी बड़ी गंभीरता के बावजूद पुलिस ने आरोपी शिक्षक अली आजम पर कोई कड़ा एक्शन लेने के बजाय उसे महज "शांति भंग" की धाराओं में चालान कर के चलता कर दिया।
गुरु से गुरु घंटाल बनने की कहानी
ग्रामीणों के अनुसार अली आजम पहले भी कई बार विवादों में घिर चुका है। उसकी हरकतों को देखकर गांव वाले पहले ही परेशान थे, लेकिन नहाने जैसी निजी गतिविधि की जासूसी करना अब हद से गुजरने जैसा था। आरोप तो यहां तक लगे कि आरोपी ने अपने किराए के कमरे को भी एक संदिग्ध अड्डे में बदल रखा है।
पुलिस बनी मूकदर्शक, कार्रवाई दूर की कौड़ी
स्थानीय लोगों का कहना है कि आरोपी के रसूख के आगे पुलिस ने भी अपने घुटने टेक दिए। उच्चाधिकारी भी मामले में चुप्पी साधे बैठे हैं, जैसे कि कुछ हुआ ही न हो। ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा है और वह आरोपी शिक्षक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
लोगों का सवाल: क्या शिक्षा मंदिर ऐसे गुरुघंटालों के हवाले है?
जहां एक ओर गुरु को भगवान का दर्जा दिया जाता है, वहीं दूसरी ओर अली आजम जैसे शिक्षकों की करतूतें समाज का सिर शर्म से झुका रही हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि आरोपी के खिलाफ BNS की संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर तुरंत सख्त कार्रवाई हो, ताकि भविष्य में कोई और गुरुघंटाल शिक्षा की मर्यादा को दागदार न कर सके।
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