चार साल पहले ब्याही गई शीतल की संदिग्ध हालात में छत से गिरकर मौत हो गई। मायके वालों ने लगाया ससुराल पर दहेज के लिए धक्का देने का आरोप। पुलिस ने शव भेजा पोस्टमॉर्टम को, जांच जारी।
छत से गिरी या धकेली गई? चार साल की शादी और दो बच्चों के बाद आई ये दिल दहला देने वाली खबर
बुलंदशहर जिले के शिकारपुर क्षेत्र में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक 26 वर्षीय महिला की रहस्यमयी तरीके से छत से गिरकर मौत हो गई। मामला सिर्फ हादसे तक सीमित नहीं रहा, बल्कि परिवार वालों ने इसे "सोची-समझी हत्या" बताया है।
मृतका की पहचान शीतल के रूप में हुई है, जिसकी शादी 2020 में विनोद नामक युवक से हुई थी। वह भीम नगर खेड़ा मोहल्ले में पति और दो छोटे बच्चों के साथ रहती थी। एक तरफ 3 साल की बेटी अपनी मां को पुकारती रह गई, तो दूसरी तरफ 2 महीने का मासूम बेटा मां की छांव से हमेशा के लिए वंचित हो गया।
परिवार का दर्द छलका - ‘दहेज के लिए बेटी को छत से फेंक दिया’
शीतल के पिता रघुवर सिंह, जो कोतवाली जहांगीराबाद के भोपुर के निवासी हैं, का आरोप है कि उनकी बेटी की शादी के बाद से ही ससुराल पक्ष का व्यवहार बदल गया था। लगातार दहेज की मांग की जा रही थी, और शीतल मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित होती रही।
अब जब शीतल की संदिग्ध हालात में मौत हुई है, तो परिजन साफ तौर पर कह रहे हैं कि यह कोई हादसा नहीं बल्कि पूर्व-नियोजित हत्या है। उनका आरोप है कि शीतल को छत से जानबूझकर धक्का दिया गया, ताकि वह हमेशा के लिए खामोश हो जाए और सच बाहर न आए।
पुलिस ने गंभीरता से लिया मामला, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार
सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। पुलिस का कहना है कि मामला बेहद संवेदनशील है और सभी एंगल से जांच की जा रही है। परिजनों की शिकायत पर दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
क्या था शीतल का कसूर? सिर्फ इतना कि उसने दहेज नहीं लाया था?
यह सवाल अब हर किसी के दिल को झकझोर रहा है। एक बेटी, एक मां और एक बहू... जो हर रूप में अपने परिवार को संभाल रही थी, उसकी जिंदगी इस तरह खत्म हो जाना समाज के लिए एक गंभीर सवाल है।
अब सबकी निगाहें पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और पुलिस जांच पर टिकी हैं। क्या सच सामने आएगा या फिर यह मामला भी फाइलों में दब जाएगा?
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