गोंडा के चिलबिला गांव में रात 2 बजे डीएम के निर्देश पर अवैध मिट्टी खनन पर छापा, जेसीबी और ट्रैक्टर जब्त, निर्माणाधीन मैरिज लॉन में हो रहा था खनन।
गुप्त सूचना पर आधी रात को छापा: डीएम की ताबड़तोड़ कार्रवाई में अवैध खनन का भंडाफोड़, जेसीबी-ट्रैक्टर जब्त
2 बजे चिलबिला में घुसी प्रशासन की टीम, निर्माणाधीन मैरिज लॉन के लिए चल रहा था गैरकानूनी मिट्टी खनन
कृष्ण मोहन
गोंडा।जिला प्रशासन ने बुधवार की रात उस वक्त सबको चौंका दिया जब आधी रात को एक गुप्त सूचना के आधार पर डीएम ने खुद मोर्चा संभालते हुए अवैध खनन पर बड़ी कार्रवाई कर डाली। देर रात 1 बजे जिलाधिकारी नेहा शर्मा को व्हाट्सएप पर मिली एक सूचना ने जिले की नींद उड़ा दी।
सूचना थी-“चिलबिला खत्तीपुर गांव में रात के अंधेरे में जेसीबी और ट्रैक्टर से तेजी से मिट्टी खनन चल रहा है।”
सूचना मिलते ही डीएम ने बिना देरी किए खनन अधिकारी अभय रंजन को ऑपरेशन मोड में डाल दिया।
2:15 AM: जब खनन माफियाओं की नींद टूटी
करीब 2:15 बजे खनन विभाग की टीम चिलबिला पहुंची। वहां का नजारा देखकर अफसर भी दंग रह गए-जेसीबी मशीन मिट्टी काट रही थी, और ट्रैक्टर-ट्रॉलियां लाइन में भराई के लिए तैयार थीं।
बिना परमिट खनन करते हुए मौके से 1 जेसीबी और 4 ट्रैक्टर-ट्रॉलियां जब्त कर ली गईं। मुख्य आरोपियों में रमेश यादव और मरजीत उपाध्याय के नाम सामने आए हैं, जिनकी मशीनें और वाहन मौके से पकड़े गए।
निर्माणाधीन मैरिज लॉन बना अवैध खनन की आड़
जांच में सामने आया कि मिट्टी का यह खनन एक निर्माणाधीन मैरिज लॉन की भराई के लिए किया जा रहा था, लेकिन इसके लिए कोई वैध अनुमति नहीं ली गई थी। अधिकारियों ने बताया कि भूमि स्वामित्व और पर्यावरण अनुमति की भी जांच की जा रही है।
डीएम का दो टूक संदेश-डीएम नेहा शर्मा ने स्पष्ट कहा:
"जिले में अवैध खनन को किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। यह कार्रवाई सिर्फ शुरुआत है।"
आगे क्या?
सभी जब्त वाहन कोतवाली देहात थाने में जमा कर दिए गए हैं, आरोपियों के खिलाफ खनन अधिनियम व पर्यावरण कानूनों के तहत केस दर्ज होने की तैयारी
भूमि के कागजात और मालिकाना हक की पड़ताल जारी
इस आधी रात की कार्रवाई ने न सिर्फ खनन माफियाओं की नींद उड़ा दी, बल्कि पूरे जिले को यह सख्त संदेश दे दिया कि अब रात का अंधेरा भी प्रशासन की निगरानी से बाहर नहीं है।
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