प्रयागराज अस्थि विसर्जन के लिए निकले झांसी निवासी परिवार की कार फतेहपुर में खड़े डंपर से टकरा गई। हादसे में चार लोगों की मौत, मां और बेटा गंभीर घायल। पढ़िए, हादसे की पूरी दर्दनाक कहानी।
श्रद्धा से शुरू हुई थी यात्रा, काल बनकर टूटी- प्रयागराज जाते वक्त हादसे में परिवार के चार सदस्य खत्म
फतेहपुर, उत्तर प्रदेश : जिस यात्रा की शुरुआत एक बेटे की आत्मा की शांति के लिए हुई थी, वही रास्ता उसके माता-पिता और रिश्तेदारों के लिए जीवन की आखिरी राह बन गया। उत्तर प्रदेश के फतेहपुर ज़िले में शनिवार तड़के हुए एक भीषण सड़क हादसे ने पूरे झांसी शहर को सदमे में डाल दिया।
आधी रात को शुरू हुआ सफर, भोर में टूटी कयामत
झांसी के दीनदयाल नगर निवासी रामकुमार शर्मा (55), उनकी पत्नी कमलेश भार्गव (50), रिश्तेदार शुभम (35), पराग चौबे (50), चारू (35) और 12 वर्षीय बेटे काश्विक के साथ शुक्रवार रात लगभग 10 बजे प्रयागराज के लिए रवाना हुए थे। यात्रा का उद्देश्य था - बेटे आदित्य की अस्थियां संगम में विसर्जित करना, जो हाल ही में ओंकारेश्वर (मध्य प्रदेश) में डूबकर काल का ग्रास बन गया था।
शनिवार सुबह करीब 5 बजे, जब कार प्रयागराज-कानपुर हाईवे पर खागा कोतवाली क्षेत्र के सुजानीपुर चौराहे पर पहुंची, तभी एक खड़े डंपर से उसकी जोरदार टक्कर हो गई। कार का अगला हिस्सा पूरी तरह पिचक गया, और उसके भीतर बैठे लोग चीख भी नहीं पाए।
मौके पर ही चार की मौत, मां-बेटा गंभीर
प्रत्यक्षदर्शियों की सूचना पर पुलिस ने पहुंचकर कार से शवों को निकाला। रामकुमार शर्मा, कमलेश भार्गव, शुभम और पराग चौबे की मौके पर ही मौत हो गई।
घायल चारू और उसका बेटा काश्विक गंभीर रूप से घायल मिले, जिन्हें पहले हरदो सीएचसी, फिर ज़िला अस्पताल रेफर किया गया।
एक बेटा खोया, अब चार रिश्तेदार भी छीन लिए
बेटा आदित्य (26), 14 अप्रैल को नर्मदा में नहाते समय डूब गया था। उसका शव तीन दिन बाद मिला और परिवार ने 18 अप्रैल को अस्थियों के साथ प्रयागराज की ओर रुख किया।
किसे पता था कि जिस अस्थिकलश को ले जा रहे हैं, अगले दिन वही हाथ खुद अपनों की अस्थियों को थामे रह जाएंगे।
डंपर चालक फरार, पुलिस जांच में जुटी
डंपर का चालक हादसे के तुरंत बाद फरार हो गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और डंपर व चालक की तलाश में आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं।
'जिस बेटे की अस्थियां लेकर निकले थे, उसी की मौत ने पूरा परिवार लील लिया'
एएसपी विजय शंकर मिश्र ने पुष्टि करते हुए बताया कि "घटना बेहद दर्दनाक है, परिजनों को सूचना दे दी गई है और चार शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए हैं। घायलों का इलाज चल रहा है।"
झांसी में जैसे ही यह खबर पहुंची, पूरा मोहल्ला गमगीन हो गया। एक साथ चार शव, और पीछे छूट गए सिर्फ सवाल : क्या ये हादसा था, या नियति का निर्दयी प्रहार?
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