Type Here to Get Search Results !

Bottom Ad

नवविवाहिता पर जंगल में गड़ासे से हमला, लेकिन मौत को हराकर लौटी जिंदा

झांसी में दहेज की मांग पूरी न होने पर नवविवाहिता को पति ने जंगल में ले जाकर गड़ासे से हमला कर मारने की कोशिश की, लेकिन महिला बच गई। पढ़िए दिल दहला देने वाली पूरी कहानी।



दहेज में बोलेरो नहीं मिली तो पत्नी को जंगल में ले जाकर मार डाला समझा, लेकिन वो बच गई-अब इंसाफ की जंग लड़ रही है!

झांसी से इंसानियत को झकझोर देने वाली खबर सामने आई है। जहां एक नवविवाहिता को केवल इसलिए मौत के घाट उतारने की कोशिश की गई, क्योंकि उसके मायके से दहेज में बोलेरो गाड़ी नहीं मिली। पति ने पहले पीटा, फिर जंगल में ले जाकर सिर पर गड़ासे से वार किया और मरा समझकर भाग गया। लेकिन किस्मत ने साथ दिया, लड़की बच गई और अब अस्पताल में ज़िंदगी की जंग लड़ रही है।


यह घटना झांसी के रक्सा थाना क्षेत्र के डोंगरी जंगल की है, जहां राजेश नामक युवक ने अपनी पत्नी निकिता को गड़ासे से वार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया और उसे मरने के लिए जंगल में छोड़कर फरार हो गया। आरोपी की हैवानियत का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वो बोलेरो गाड़ी न मिलने से इस हद तक आगबबूला हो गया।


शादी के बाद से ही शुरू हो गया था उत्पीड़न


प्राप्त तहरीर के मुताबिक, पीड़िता निकिता की शादी अप्रैल 2024 में राजेश से हुई थी। शादी के कुछ ही दिनों बाद ससुराल वालों ने दहेज के लिए ताना देना शुरू कर दिया। पति राजेश, सास पानवती और ससुर भजनलाल, तीनों उस पर दबाव बना रहे थे कि वह अपने पिता से बोलेरो गाड़ी दिलवाए। जब निकिता ने कहा कि पिता की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है, तो उसे जान से मारने की धमकी मिलने लगी।


"अगर बोलेरो नहीं दिलाई, तो तेरा किस्सा खत्म कर दो"


निकिता के मुताबिक, उसका ममिया ससुर चंद्रपाल सिंह भी बार-बार पति और ससुराल वालों को उकसाता था। उसने यहां तक कहा था कि अगर बोलेरो नहीं मिल रही तो इसका किस्सा खत्म कर दो। यह सुनकर भी किसी ने उसे रोका नहीं, बल्कि सबने मिलकर योजना बना डाली।


हत्या की पूरी साजिश: पहले जेवर उतरवाए, फिर जंगल ले जाकर हमला किया


पीड़िता ने बताया कि 19 अप्रैल को पति राजेश ने कहा कि वो उसे मायके छोड़ने जा रहा है। रास्ते में हाईवे छोड़कर वह उसे जंगल की तरफ ले गया। गड़ासा पहले से उसके पास था। और मौका मिलते ही उसने सिर पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। जब निकिता बेसुध हो गई तो वह मरा समझकर वहां से भाग निकला।


बच गई जान, खुद फोन कर बताई आपबीती


किस्मत से कुछ देर बाद निकिता को होश आया और वह किसी तरह हाईवे तक पहुंची। वहां से उसने अपने पिता को फोन किया और घटनाक्रम बताया। राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और निकिता को अस्पताल पहुंचाया। हालत गंभीर होने पर उसे मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, जहां उसका इलाज जारी है।


अब इंसाफ की मांग:परिवार न्याय के लिए दर-दर भटक रहा


पीड़िता के पिता नरेंद्र अहिरवार की तहरीर पर थाना रक्सा में पति राजेश, सास पानवती, ससुर भजनलाल और ममिया ससुर चंद्रपाल सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस विवेचना में जुटी है, लेकिन परिवार चाहता है कि इन दरिंदों को कड़ी से कड़ी सजा मिले।


Tags

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Top Post Ad



 




Below Post Ad

5/vgrid/खबरे