कानपुर में 62 वर्षीय बुजुर्ग से आर्य समाज मंदिर में शादी करने वाली महिला दो दिन बाद 5 लाख के गहने और नकदी लेकर फरार हो गई। पुलिस कर रही है तलाश।
62 की उम्र में मिला प्यार... लेकिन बनी ये ‘लव मैरिज’ 5 लाख की लूट का जाल!
कानपुर। इसे इश्क कहें या ठगी का नया ट्रेंड? 62 साल के अकेले जीवन में जब प्यार ने दस्तक दी, तो उम्मीद थी कि अब जिंदगी के बचे हुए साल चैन से कटेंगे। लेकिन हकीकत में जो हुआ, वो किसी थ्रिलर फिल्म से कम नहीं!
सीतापुर के रहने वाले रिटायर्ड कर्मचारी हरीश शुक्ला ने कानपुर में 45 साल की महिला से आर्य समाज मंदिर में शादी की। दो दिन तक चाय, नाश्ता, सेवा और मीठी बातों के ज़रिए महिला ने ऐसा विश्वास जीता कि तीसरे ही दिन वो 5 लाख रुपये के जेवर और नकदी समेटकर गायब हो गई।
‘लुटेरी दुल्हन’ का ऐसा प्लान-दूल्हा भी रह गया दंग
हरीश शुक्ला कई सालों से कानपुर के सनिगवां इलाके में किराए पर रह रहे थे। परिवार में कोई नहीं था, इसलिए अकेलापन उन्हें खा रहा था। इसी दौरान पड़ोस में रहने वाली महिला पूजा जोशी से जान-पहचान हुई। बातचीत बढ़ी, और पूजा ने शादी का प्रस्ताव रखा.. “अब हम मिलकर एक-दूसरे का सहारा बनेंगे…”
11 फरवरी को दोनों ने आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली। महिला ने कहा कि वह सेवा करेगी, खाना बनाएगी और जीवनसाथी बनकर साथ निभाएगी।
मां के जेवर और पेंशन की रकम पर नजर थी!
शादी के बाद महिला ने पहले तो पुरानी सास के नाम पर भरोसा जीतने की कोशिश की। कहा – “मां के दिए हुए जेवर संभाल कर रखूंगी।” फिर वही जेवर बेचकर उसने नए गहने बनवाए। इतना ही नहीं, हरीश की रिटायरमेंट की रकम में से 2 लाख रुपये भी ऐंठ लिए।
तीसरी ही रात – चुपके से कमरे से गायब
दूसरे दिन तक सब ठीक चलता रहा, लेकिन तीसरी रात महिला अचानक कमरे से गायब हो गई। हरीश जब सुबह उठे तो न गहने थे, न नकदी, न दुल्हन। वो समझ गए कि उनके साथ बड़ा धोखा हुआ है।
पहले छिपते रहे, अब ली हिम्मत और पहुंच गए थाने
शर्म और समाज के तानों के डर से हरीश ने कुछ दिनों तक किसी से कुछ नहीं कहा। गांव लौट गए, लेकिन मन में घुटन थी। आखिरकार, उन्होंने कानपुर के चकेरी थाने में तहरीर दी। अब पुलिस पूजा जोशी की तलाश में जुटी है, लेकिन मोहल्ले में चर्चा है "ये दुल्हन नहीं, पूरी स्कीम लेकर आई थी!"
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ