बिजनौर में एकतरफा प्यार का खौफनाक अंजाम, युवती की शादी तय होते ही सिरफिरे ने बीच सड़क पर गोली मार दी। आरोपी ने थाने पहुंचकर खुद किया सरेंडर।
प्यार, पागलपन और मौत: एक शादी से पहले की दिल दहला देने वाली कहानी
बिजनौर, उत्तर प्रदेश:शादी का घर था, दुल्हन की तैयारियां जोरों पर थीं। सजे-संवरे सपनों में रंग भरने के लिए बस कुछ दिन बाकी थे। लेकिन तभी प्यार के नाम पर पनप रही सनक ने ऐसा तूफान लाया कि सब कुछ उजड़ गया। एकतरफा मोहब्बत में जल रहे एक युवक ने उस लड़की को गोली मार दी, जिससे वह शादी करना चाहता था...लेकिन लड़की की शादी किसी और से तय हो चुकी थी।
यह दिल कंपा देने वाला मामला बिजनौर जिले के कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव करौंदा चौधर से सामने आया है। 25 वर्षीय भावना शर्मा अपने पिता और छोटी बहन के साथ बाजार जा रही थी, शादी की खरीदारी करने। रास्ते में घात लगाए बैठे शिवांक त्यागी नामक युवक ने कनपटी पर तमंचा सटाकर उसे गोली मार दी।
एकतरफा प्यार बना जानलेवा जुनून
जानकारी के मुताबिक, भावना और शिवांक की जान-पहचान स्कूल के दिनों से थी। शिवांक पिछले तीन सालों से उसे मनाने की कोशिश कर रहा था, लेकिन भावना ने कभी इस रिश्ते को स्वीकार नहीं किया। जब उसे पता चला कि भावना की शादी 1 मई को तय हो गई है, तो उसके भीतर जैसे सब कुछ टूट गया। उसने ठान लिया कि अगर भावना किसी और की होगी, तो जिंदा नहीं रहेगी।
घटना उस वक्त घटी जब भावना अपने पिता वेद प्रकाश शर्मा (एक वकील) और बहन आकांक्षा के साथ बाइक पर बाजार जा रही थी। रास्ते में ग्राम हीमपुर मानक के पास सड़क खराब होने के कारण बाइक धीमी हुई, और तभी शिवांक ने अचानक हमला कर दिया। गोली लगते ही भावना गिर पड़ी। पिता ने बेटी को कंधे पर उठाकर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
हत्या के बाद आरोपी थाने पहुंचा, कहा… "मैंने मारा है"
वारदात के बाद शिवांक फरार नहीं हुआ, बल्कि खुद थाने जाकर आत्मसमर्पण कर दिया। वह हाथ में तमंचा लिए सीधे पुलिस स्टेशन पहुंचा और बोला – "मैंने उसे मार दिया।" पुलिस ने तुरंत उसे हिरासत में ले लिया और पूछताछ शुरू कर दी।
गांव में पसरा मातम, घर में सन्नाटा
घटना की खबर फैलते ही गांव में मातम छा गया। जहां एक तरफ घर वाले शादी की तैयारियों में लगे थे, वहीं अब उस घर से रोने की आवाजें गूंज रही हैं। भावना की मां बेहोश हो गईं, पिता की आंखों में दर्द और गुस्सा एक साथ दिखा।
पुलिस ने दोनों परिवारों के घरों के बाहर सुरक्षा तैनात कर दी है। ग्रामीणों में आक्रोश है और सभी यही पूछ रहे हैं – क्या एकतरफा प्यार इतना खतरनाक हो सकता है कि किसी की जान ले ली जाए?
उत्तर प्रदेश में ऐसे मामलों की बढ़ती गिनती
यह कोई पहली घटना नहीं है। प्रेम-प्रसंग से जुड़ी हत्याएं उत्तर प्रदेश में तेजी से बढ़ रही हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार:
2022 में 253 मामले दर्ज हुए
इनमें से 90% मामलों में आरोपी पीड़िता का जानकार था
सबसे ज्यादा घटनाएं ग्रामीण क्षेत्रों में होती हैं
अधिकतर पीड़िताएं 18 से 30 वर्ष की उम्र की होती हैं
क्या प्यार अब हत्या का कारण बन चुका है?
इस घटना ने एक बार फिर समाज के सामने आईना रखा है। क्या हम भावनाओं पर काबू खो चुके हैं? क्या "ना" सुनने की सहनशक्ति खत्म हो चुकी है?
शिवांक जेल में है, भावना अब इस दुनिया में नहीं रही। लेकिन सवाल यह है कि कौन जिम्मेदार है? एक व्यक्ति, एक समाज, या हमारी सोच?
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