अमेठी में वर पक्ष होने वाली दुल्हन का बैठकर इंतजार करता रहा, उधर दुल्हन ने फांसी के फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली।
उत्तर प्रदेश के अमेठी में एक होने वाली दुल्हन ने घर आए वर पक्ष ही नहीं बल्कि अपने पूरे परिवार को भी सदमे में पहुंचा दिया। जब युवती की शादी का दिन फिक्स करने के लिए वर पक्ष के लोग उसके घर आए थे तभी उसने बाग में पेड़ से लटक कर सुसाइड कर लिया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को जामो थाना क्षेत्र अंतर्गत दुल्लापुर गांव के रहने वाले राम प्रसाद की 22 वर्षीय पुत्री गुंजन ने बाग में फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया है। शौच के लिए छोटी बेटी जब बाग के तरफ गई, तब उसने देखा कि उसकी बड़ी बहन फांसी के फंदे से लटक रही है। वह रोते चिल्लाते हुए वापस घर भाग आई। मामले की जानकारी मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। शादी की तिथि निर्धारित करने आया वर पक्ष भी सहम गया।
बहाने से निकली गुंजन
बताया जाता है कि बसीरगंज अंतर्गत टांडा गांव के रहने वाले सत्यनारायण के बेटे राजकुमार से गुंजन का रिश्ता तय हुआ था। वर और वधू पक्ष इस रिश्ते के लिए राजी हो गए थे, लेकिन शादी की तारीख अभी फिक्स नहीं हुई थी। शादी का दिन तय करने के लिए वर पक्ष से चार लोग राम प्रसाद के घर आए हुए थे। तभी फोन पर बात करते हुए गुंजन खेत से टमाटर लेने का बहाना करके घर से बाहर निकल गई। जहां उसने खुद के साथ दर्दनाक घटना को अंजाम दे दिया।
छोटी बहन ने देखा शव
गुंजन की छोटी बहन लगभग 1:30 बजे विद्यालय से वापस घर पहुंची थी, इसके बाद वह शौच के लिए घर से बाहर निकल गई। घर के पीछे स्थित बाग में बहन का फांसी के फंदे से शव लटकता देखकर जोर-जोर से चिल्लाते हुए तत्काल वापस घर आ गई।
धरे रह गए सपने
पिता राम प्रसाद ने गुंजन के शादी के लिए सपने सजाए थे, बी ए पास करने के बाद गुंजन घर पर रहती थी। बुजुर्ग पिता ने गुंजन की शादी करके अपनी जिम्मेदारियां को पूरी करते हुए सुनहरा सपना देखा था। उसे उम्मीद थी कि बेटी को पढ़ा लिखा कर योग्य बना दिया है, विवाह के बाद वह अपना जीवन अच्छे से गुजार लेगी। लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। बेटी की मौत के साथ पिता की आंखों में सपने सिर्फ सपने बनकर रह गए।
बोले इंस्पेक्टर
मामले में जामो थाना प्रभारी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, शिकायती पत्र मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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