आगरा के फतेहाबाद में महिला के हत्या का खुलासा, किशोर ने सगी मौसी को गोली मार कर की थी हत्या, पिता की हत्या का जिम्मेदार मानता था किशोर, दिनदहाड़े सड़क पर गोली मारकर की थी हत्या।
उत्तर प्रदेश के आगरा पुलिस ने महिला की हत्या का खुलासा करते हुए मृतका के बहन के बेटे को गिरफ्तार किया है, अदालत से पेशी देखकर लौट रही महिला को दिनदहाड़े सड़क पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सोमवार को फतेहाबाद पुलिस ने दिनदहाड़े हुई महिला की हत्या का खुलासा करते हुए मृतक के सगी बहन के 16 वर्षीय लड़के को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है। अपने पिता की हत्या में किशोर अपनी सगी मौसी की साजिश मानता था।
जानिए पूरा मामला
दरअसल, 18 जुलाई के दोपहर बाद लगभग 4 बजे फतेहाबाद थाना क्षेत्र में गड़ी केसरी निबोहरा की रहने वाली मंजू पति से विवादित मुकदमे की तारीख देखकर वापस घर लौट रही थी, इसी दौरान अंधाधुंध फायर करके उसकी हत्या कर दी गई थी। सड़क किनारे मृतका का शव पाया गया था। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश मौके से भाग निकले थे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल के उपरांत शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। घटना के बाबत मुकदमा दर्ज कर पुलिस जांच में जुटी हुई थी इसी दौरान उसके हाथ मुख्य आरोपी तक पहुंच गए।
पारिवारिक विवाद में पति आरोपी
दरअसल, मृतका मंजू और उसके पति के बीच संबंधों में तनाव चल रहा था। मामला अदालत तक पहुंच चुका था, ऐसी स्थिति में मृतका के पति और बहनोई पर हत्या के आरोप लगाए गए थे, लेकिन जब पुलिस ने मामले में गहराई से पड़ताल किया, तो वह भी दंग रह गई। महिला की हत्या उसके पति बहनोई के साजिश से सगी बहन के लड़के ने की थी। जिसका किसी को अंदाजा ही नहीं था।
पति, देवर और जीजा ने भड़काया
बताया जाता है कि पुलिस के जांच में यह तथ्य सामने आया कि 9 साल पहले किशोर के पिता की हत्या हो गई थी, इधर पति का पत्नी से विवाद चल रहा था। जिसका फायदा उठाते हुए उसको पिता की हत्या में मौसी का अहम रोल कहकर भड़काया गया था। जिसमें मृतका के पति देवर और जीजा की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। इसी कारण से किशोर अपनी सगी मौसी को पिता के हत्या का जिम्मेदार मानते हुए बदले की भावना से गोली मारकर हत्या कर दी थी।
तीसरे प्रयास में की हत्या
पुलिस की जांच में पता चला कि बाल अपचारी अपने मौसी मंजू की हत्या करने के लिए लगातार प्रयासरत था, 3 महीने पहले भी वह अपने उद्देश्य की पूर्ति के लिए आया था लेकिन सफलता नहीं मिल सकी थी, घटना से 15 दिन पूर्व उसने अपने मंसूबे में कामयाब होने के लिए प्रयास किया, लेकिन उस दौरान महिला के आसपास तमाम लोगों की मौजूदगी होने के कारण वारदात को अंजाम नहीं दे सका था, लेकिन इस बार किशोर ने मौसी का पीछा करते हुए सुनसान स्थान पर पहुंचकर ताबड़तोड़ गोलियां चला दी जिससे मंजू की मौके पर ही मौत हो गई थी।
और गिरफ्तारी होना बाकी है
मामले में पुलिस का कहना है, जांच के दौरान मुख्य आरोपी किशोर को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन घटना में कुछ और लोग शामिल है उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ