झांसी के मऊरानी में रिश्वत लेते हुए दरोगा गिरफ्तार, मुकदमे में धारा बढ़ाने के लिए मांगी 40000 की रिश्वत, पहली किस्त लेते हुए चौराहे से गिरफ्तार।
उत्तर प्रदेश के झांसी में एंटी करप्शन टीम ने रिश्वत की पहली किस्त लेते हुए दरोगा को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में एंटी करप्शन टीम ने आरोपी दरोगा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक गुरुवार को एंटी करप्शन टीम ने मऊरानी थाना क्षेत्र के अंबेडकर नगर चौराहे से मऊरानी पुलिस में तैनात उप निरीक्षक को 15000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है।
धारा बढ़ाने के लिए मांगे 40000
प्राप्त जानकारी के मुताबिक 28 जून को मऊरानी थाना क्षेत्र के मैलोनी गांव में जमीनी विवाद को लेकर मारपीट हुई थी, जिसमें ज्वाला प्रसाद को गंभीर चोट आई थी। विपक्षियों के पिटाई से उनका पैर टूट गया था। मामले में मुकदमा दर्ज होने के उपरांत दरोगा विनीत कुमार विवेचना कर रहे थे। 3 जुलाई को विवेचक के गरौठा चौराहा स्थित किराए के कमरे पर मिलकर के पीड़ित ज्वाला प्रसाद के बेटे अभिषेक यादव ने इलाज से संबंधित कागजात दिखाते हुए बताया कि उसके पिता के पैर का ऑपरेशन करवा करके प्लेट लगवाना पड़ा है, ऐसी स्थिति में विवेचना में इसे शामिल करते हुए कार्यवाही की जाए। यहीं पर दरोगा ने कमाई का रास्ता बना लिया, दरोगा ने कहा कि 40000 रुपए लगेंगे, जिसमें विपक्षी के खिलाफ ऐसी धारा बना दूंगा कि वह बच नहीं पाएगा।
परिस्थितियों पर तरस खाकर दरोगा ने बनाई किस्त
पिता का इलाज करने के बाद अभिषेक आर्थिक रूप से परेशान हो चुका था, उसने दरोगा के सामने उपचार के दौरान हुए खर्च का हवाला देते हुए रुपए के कमी की बात बताई, लेकिन दरोगा जी नहीं माने, उन्होंने कहा कि रुपए कम नहीं हो पाएंगे, लेकिन अभिषेक की स्थिति पर तरस करते हुए उन्होंने रिश्वत के रकम को दो किस्तों में तब्दील कर दिया। पहले किस्त में 15000 रूपये धारा बढ़ जाने के बाद 25000 रुपए की किस्त बना दी। तब पीड़ित ने दरोगा से तीन-चार दिन का समय लेकर पहली किस्त जल्द लेकर आने की बात कही।
रिश्वत का तगादा
5 और 8 जुलाई को दरोगा ने पीड़ित को फोन करके रिश्वत के रकम का तगादा भी किया, कहा कि रुपए की जल्द से जल्द व्यवस्था करो। तब पीड़ित में 10 जुलाई को रुपए उपलब्ध करवाने की बात कही।
एंटी करप्शन टीम में शिकायत
मामले से पीड़ित ने एंटी करप्शन टीम को अवगत कराते हुए बताया कि वह मुकदमे में पीड़ित है, उसके बावजूद सही काम करने के लिए दरोगा विनीत कुमार रिश्वत की मांग कर रहे हैं, वह उन्हें रंगे हाथों पकड़वाना चाहता है।
टीम ने कराई गोपनीय जांच
मामले को गंभीरता से लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने दरोगा के खिलाफ गोपनीय जांच कराई। मामले में एंटी करप्शन टीम झांसी से श्याम सिंह ने जांच की, मामला सही पाया गया। इसके बाद दरोगा को गिरफ्तार करने के लिए टीम ने जाल बिछाया, फिनाफ्थलीन पाउडर लगवाकर शिकायतकर्ता को 15 हजार रुपए दरोगा को देने के लिए दिए गए, शिकायतकर्ता ने दरोगा से फोन पर बात की, तो दरोगा ने अंबेडकर नगर तिराहे के पास बुलाया, इस दौरान शिकायतकर्ता को टीम ने बताया कि जब दरोगा रिश्वत के रकम को अपने हाथ में ले ले तब अपने सिर पर हाथ फेरना, शिकायतकर्ता ने ऐसा ही किया, चंद कदमों दूर से नजर बनाए हुए एंटी करप्शन टीम ने दरोगा को रिश्वती नोटों के साथ रंगे हाथों दबोच लिया।
बोले इंस्पेक्टर
मामले में झांसी निरीक्षक ट्रैप टीम प्रभारी ठाकुर दास ने बताया कि प्रेम नगर पुलिस में आरोपी उपनिरीक्षक को रंगे हाथों पकड़ कर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।
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