अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय पर सनातन बचाने हेतु आर्य वीर दल की नई पहल पर सनातनी दुकान का शुभारंभ किया गया है ।
मोहल्ला खलवा में धनाभाव के कारण संकट से जूझ रहे एक परिवार की मदद के लिए आर्य वीर दल उत्तर प्रदेश के प्रचार मंत्री आर्य अशोक तिवारी ने सनातन समाज से सहयोग की अपील करते हुए एक पोस्ट डाला कि धन की लालच देकर तथा संस्कार विहीन हमारे घर की लड़कियों को लव जिहाद में फंसा कर ही छांगुर जैसे झींगुर सनातन रूपी चादर को काटकर सनातनी परिवारों का धर्मांतरण करते हैं, इसलिए आडंबर व पाखंड में अपना धन बर्बाद करने के बजाय उसी धन से गरीब परिवारों को चिन्हित करके उनको व्यापार करा दिया जाए तथा उनको वैदिक संस्कृति का प्रशिक्षण दिया जाए तो नर सेवा नारायण सेवा की सच्ची पूजा भी हो जाएगी । साथ ही परिवार को अपनी संस्कृति और संस्कार की जानकारी भी हो जाएगी, फलस्वरुप न तो गरीब परिवार सनातन छोड़कर अन्य मजहब में धर्मांतरित होगा और ना ही सनातनी बेटियां लव जिहाद के चक्कर में आएंगी । अपील पर आर्य जगत के वैदिक विद्वान आचार्य अखिलेश मेधावी लखनऊ सबसे पहले आगे आए और उन्होंने दुखियारी परिवार के एक बालक को लखनऊ में अपने घर रखकर पढ़ाने तथा परिवार को दैनिक संध्या करने की शर्त पर 21,000 रुपए देने की पेशकश किया । इसके बाद अर्श गुरुकुल मेरठ से आर्यन आर्यन, गोवा से रमेश चंद्र मिश्रा, चंडीगढ़ से फूलचंद तिवारी, गोरखपुर से अभिषेक जी, बलरामपुर से पूजा श्रीवास्तव तथा फेसबुक मित्र सलिल कुमार तिवारी, अनुज शर्मा, आकाश साहू तथा 2 गुप्त दानियों ने बिना देर लगाये आर्य जी को कल्पना से भी अधिक सहयोग भेज दिया जिससे उत्साहित होकर आर्य जी ने एक और गरीब परिवार को चिन्हित किया तथा एक के बजाय दो पीड़ित परिवारों को गुटखा शराब आदि तामसी वस्तुओं को छोड़कर दैनिक उपयोग के सभी सामान खरीद कर "सनातनी दुकान" नाम से दो दुकान खुलवा दिया । बलिदानी पार्क में दुकान खोलने वाले दोनों परिवारों को संध्या तथा यज्ञ का प्रशिक्षण देकर उन्हें प्रतिदिन सुबह शाम संध्या करने तथा शुभ अवसर पर अपने घर में केक व फीता काटने के बजाय हवन करने तथा गुटका व शराब नशा से जीवन भर दूर रहने की प्रतिज्ञा दिलाई गई जिससे प्रेरित होकर उपस्थित तमाम लोगों ने भी जीवन भर नशा से दूर रहने की प्रतिज्ञा किया । इसके बाद वरिष्ठ नागरिकों ने स्वस्तिवाचन के साथ दोनों परिवारों को दैनिक उपयोगी वस्तुओं की "सनातन किट" सौंपते हुए उन्हें बताया कि उनके द्वारा दुकान चला लेने तथा संध्या याद कर लेने पर आचार्य अखिलेश मेधावी जी के द्वारा उन्हें 11,000 - 11,000 रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा और यदि वह संध्या याद नहीं कर पाये तथा मूल भरती अर्थात दी गई सामग्री स्वयं ही खाकर समाप्त कर दिए व दुकान नहीं चल पाए तो उन्हें आगे से कोई सहयोग नहीं दिया जाएगा । उपस्थित लोगों ने एक-एक समान खरीद करके दुकान का उद्घाटन किया और दुकानदारों ने सभी ग्राहकों को ओम पगड़ी भेंट करके स्वागत किया । उद्घाटन में स्वामी आत्मानंद, रामफेरन मिश्रा, कल्लू राम पांडे, ओमकार पांडे, विजय प्रताप मिश्र, सत्य प्रकाश पांडे, रंगमणि तिवारी, विकास पांडे, शिव शरण मिश्रा सहित अन्य कई लोग उपस्थित रहे ।
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