गोंडा के देहात कोतवाली क्षेत्र में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना, बीच सड़क पर एंबुलेंस से गिरा शव, परिजनों ने गोंडा लखनऊ राजमार्ग जाम करने के लिए सड़क पर गिराया शव।
उत्तर प्रदेश के गोंडा मानवता को शर्मसार करने वाला मामला देखने को मिला, मामले का वीडियो देखने वालों की रूह कांप उठी है। अस्पताल में हृदय लाल की मौत के बाद एम्बुलेंस शव को सड़क पर गिराते हुए दौड़ती नजर आई। बीच सड़क पर एम्बुलेंस पर मौजूद घर वालों ने शव को सड़क पर गिरा दिया। जिसे सड़क जाम करने के उद्देश्य गिराया जाना बताया जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सोमवार को गोंडा लखनऊ राज्य मार्ग पर मानवता को झकझोर देने वाला मामला देखने को मिला है। लखनऊ से शव लेकर गोंडा पहुंचे एंबुलेंस चालक ने गाड़ी रोककर शव उतारने के बजाय चलती गाड़ी से बीच सड़क पर शव गिरा दिया। एंबुलेंस चालक के इस कृत्य को देखने वालों की रूह कांप उठी।
जाने पूरा मामला
प्राप्त जानकारी के मुताबिक जिले के देहात कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत लक्ष्मणपुर जाट गांव के रहने वाले हृदय लाल की विपक्षियों से हुई मारपीट के दौरान गंभीर चोट आई थी। जिसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां से लखनऊ रेफर कर दिया गया था, जहां इलाज के दौरान हृदय लाल ने दम तोड़ दिया। एंबुलेंस से गोंडा लाने के दौरान एंबुलेंस टीम के साथ मिलकर परिजनों ने मानवता को शर्मसार कर दिया।
200 के चक्कर में हृदय लाल की गई जान
बताया जाता है कि, हृदय लाल ने 200 उधार दे रखा था, खुद जरूरत महसूस होने पर उसने अपने बकाया रकम की मांग कर दी थी, जिससे बकायेदार के भाई ने नाराजगी व्यक्त करते हुए विवाद शुरू कर दिया था। जो बढ़कर खूनी संघर्ष में तब्दील हो गया। इस दौरान हृदय लाल के विपक्षियों ने निर्ममता पूर्वक पिटाई करते हुए धराशाई कर दिया था। जिसे परिजनों ने तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया था, लेकिन हृदय लाल की मौत हो गई।
चार के खिलाफ कार्रवाई
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर चार आरोपियों को गिरफ्तार कार्यवाही कर दी थी।
भड़क सकते थे हालात
हृदय लाल के मौत की जानकारी से परिजनों में कोहराम मच गया था, वही यह बात जब गांव वालों को पता चली तब गांव की स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी, परिजन सड़क को जाम करके आवागमन बाधित करने के फिराक में थे। लेकिन जैसे ही शव को चलते हुए एंबुलेंस से सड़क पर गिराया गया। मौके पर मौजूद पुलिस ने अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए हालात को नियंत्रण में कर लिया। शव को अपने कब्जे में ले लिया।
आक्रोश को देखते हुए पुलिस तैनात
हृदय लाल की मौत को लेकर गांव में फैले आक्रोश को देखते हुए पुलिस टीम पहले से ही मुस्तैद थी। परिजनों को समझा बुझाकर शव को दूसरी गाड़ी में रखकर मृतक के परिजनों के घर तक पहुंचा दिया। जिससे मामला शांत हो गया। वही शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। देखिए वायरल वीडियो 👇।
बोले सीओ
मामले में नगर पुलिस क्षेत्राधिकारी आनन्द कुमार राय ने मामले में बयान जारी करते हुए बताया कि 1 अगस्त को हृदय लाल की विपक्षियों से मारपीट हो गई थी। जिसमें मुकदमा दर्ज कर चार आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। घायल को बेहतर इलाज के लिए लखनऊ रेफर किया गया था, जहां इलाज के दौरान सुबह 4:30 बजे मृत्यु हो गई। लखनऊ से पोस्टमार्टम के बाद शव को मृतक के गांव लाया जा रहा था, इसी दौरान लोगों के बहकावे में आकर एंबुलेंस में मौजूद मृतक के परिजनों ने चलती एंबुलेंस से सड़क बाधित करने के उद्देश्य से उतारा जाने लगा। शव को पुलिस के द्वारा मृतक के घर पहुंचाया गया। अंतिम संस्कार किया जा रहा है।
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