हापुड़ के हाफिजपुर में सपा नेता के भतीजे पर गोली चलने का मामला, विपक्षियों को मुकदमे में फंसने के लिए रची साजिश, दूसरे पक्ष से पैसे के लेनदेन को लेकर विवाद, घायल ने खुद पर चलवाई थी गोली।
सुनील गिरी
उत्तर प्रदेश के हापुड़ में हैरान कर देने वाला मामला देखने को मिला है, सपा नेता के भतीजे ने विपक्षियों को फर्जी मुकदमे में फंसाने के लिए खुद पर ही गोली चलवा दी थी। गोली लगने से घायल होने के बाद भाग कर अस्पताल में एडमिट हुआ था। जिसका, ट्रामा सेंटर में इलाज जारी है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक रविवार को हाफिजपुर पुलिस ने सपा नेता के भतीजे पर हुई ताबड़तोड़ फायरिंग के मामले में खुलासा किया है। पुलिस जांच करते हुए शातिर तक पहुंच गई। जांच करने के दौरान ऐसे तथ्य सामने आए की जिससे पुलिस भी दंग रह गई। पुलिस के जांच में सारा मामला उजागर हो गया, पूरे घटनाक्रम में नया मोड़ आ गया। पुलिस ने इस गोलीकांड का खुलासा करते हुए बताया है कि सपा नेता का घायल भतीजा ही इस गोली कांड का मास्टरमाइंड है।
गजब की रची साजिश
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक सपा नेता के भतीजे मुन्साद ने ही अपने साथियों से खुद पर ही गोली चलवाई, और दूसरे पक्ष के लोगों को फसाने का प्रयास किया। सपा नेता के भतीजे मुन्साद का दूसरे पक्ष के साथ पैसे के लेन देन का विवाद है। वही दूसरे पक्ष ने मुन्साद पर पहले से ही मुकदमा दर्ज करवाया हुआ है। इसी सब के चलते मुन्साद ने इस झूठे गोलीकांड की साजिश रच कर अपने ही दो साथियों से 32 बोर की रिवाल्वर से अपने ऊपर गोली चलवाई जिसमें उसको दो गोली भी लगी थी, इसके बाद इलाज के लिए उसे हापुड़ के एक निजी अस्पताल में लाया गया, लेकिन उसकी हालत को देखते हुए उसे मेरठ के हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया, जहां उसका इलाज अभी भी चल रहा है।
कुछ यूं खुला राज
घटना के बाद हाफिजपुर पुलिस ने जब इस मामले में गहनता से जांच की तो सारा मामला खुलकर सामने आ गया। पुलिस ने इस घटना के चश्मदीद बने एक युवक सहित उसके दोस्त को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की तो, उन्होंने अपना जुर्म कबूल किया, जिसके बाद पुलिस ने घटनाक्रम का खुलासा किया है। पुलिस ने घटना में शामिल जमालू व फुरकान को गिरफ्तार कर घटना में इस्तेमाल पिस्टल व कारतूस भी बरामद कर लिए है।
बोले एसपी
मामले में हापुड़ पुलिस अधीक्षक कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने खुलासा करते हुए बताया कि 29 तारीख को गोली चलने की बात सामने आई थी। मुन्साद के पैर और पेट में गोली लगी थी। जांच में घायल ही पूरे घटना का मास्टरमाइंड निकला है। पैसे के लेनदेन के विवाद में विरोधियों पर दबाव बनाने के लिए साजिश रची थी। मास्टरमाइंड अस्पताल में भर्ती है, घटना में फुरकान पुत्र नवाब और जमालू पुत्र मुस्तकीम को गिरफ्तार किया गया है। घटना में प्रयुक्त पिस्टल, तीन जिंदा कारतूस बरामद हुए।
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