गोंडा के मनकापुर में चोरी की सूचना निकली फर्जी, बंदरहा गांव में दिनदहाड़े हुई थी चोरी की वारदात, घटना में संदिग्धता दिखते ही पुलिस ने जांच में किया मामला उजागर।
उत्तर प्रदेश के गोंडा में दिनदहाड़े हुई चोरी की घटना का पड़ताल करते हुए पुलिस ने मामले से पर्दा उठा दिया है। मामले में गहराई से जांच करने पर ऐसे तथ्य सामने आए कि पुलिस भी दंग रह गई। नंद ने भाभी के जेवर को हड़पने के लिए पूरी साजिश रची थी।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को मनकापुर पुलिस ने बन्दरहा गांव में दिनदहाड़े हुई चोरी का खुलासा करते हुए गायब हुए जेवर को बरामद कर लिया है। मामले में शिकायतकर्ता युवती ने अपनी साजिश को स्वीकार करते हुए पुलिस से माफी भी मांगी है।
अब जानिए पूरा मामला
प्राप्त जानकारी के मुताबिक बृहस्पतिवार के सुबह रामलोचन पुत्र स्व. कोदई के घर अचानक चोरों के पहुंचने और चोरी करने की सूचना मिली थी। मामले में रामलोचन के परिवार सहित गांव के दर्जन भर से अधिक लोग मनकापुर कोतवाली पहुंचे थे। दिनदहाड़े हुई चोरी की बात सुनते ही पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दिया था। मामले में शिकायत करते हुए राम लोचन ने पुलिस को बताया कि जब वह मजदूरी करने के लिए बाजार गया हुआ था, इसी दौरान मोटरसाइकिल पर सवार होकर दो अज्ञात लोग घर पहुंचे, उन्होंने घर में मौजूद पुत्री सावित्री को मारपीट कर सोने चांदी के जेवर और 20000 नगदी चोरी कर लिया।
घटना में मिली संदिग्धता
मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू किया तो, घटना पूरी तरह से भ्रामक पाई गई। दरअसल, घटना के तुरंत बाद हल्ला होने के कारण गांव के तमाम लोग इकट्ठा हो गए थे। घर के आसपास के लोगों ने किसी को भी मोटरसाइकिल पर सवार होकर आते-जाते नहीं देखा था। लेकिन, परिजनों की चीख पुकार से गांव के लोग घटना को सत्य मानते हुए परिजनों के साथ थाने पर पहुंच गए थे। पुलिस ने तमाम साक्ष्यों और शिकायतकर्ता की पुत्री से पूछताछ के दौरान स्पष्ट कर लिया कि चोरी हुई ही नहीं है।
ननद ने रची थी साजिश
पुलिस ने छानबीन और जांच पड़ताल के दौरान रामलोचन की पुत्री से गहन पूछताछ की, जिससे पूरा राज उजागर हो गया। सावित्री ने पुलिस को बताया कि चोरी नहीं हुई है बल्कि उसकी भाभी वंदना मायके गई हुई है, उनके जेवर को सिलाई मशीन में छुपा करके चोरी की अफवाह फैला दी थी। पुलिस के अनुसार सावित्री ने अपने भाभी के जेवर को हड़पने की नीयत से झूठी शिकायत करने के बाबत माफी भी मांगी है।
बोले इंस्पेक्टर
मामले में मनकापुर कोतवाल निर्भय नारायण सिंह ने बताया कि, घटना भ्रामक मिलने पर शिकायतकर्ता की पुत्री सावित्री से गहन पूछताछ की गई। तब उसने अपने साजिश को बता दिया। वह अपने भाभी का जेवर हड़पना चाहती थी। इन दिनों चोरी की अफवाह का फायदा उठाकर के उसने भी चोरी की अफवाह फैला दी थी।
पुलिस की अपील
मनकापुर प्रभारी निरीक्षक ने क्षेत्र की जनता से अपील करते हुए कहा कि, किसी भी दशा में फर्जी अफवाह फैलाने से बचे, फर्जी अफवाह फैलाना कानूनन अपराध है। ऐसा करने वालों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी इसके जिम्मेदार वह स्वयं होंगे।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ