गोंडा के वजीरगंज और परसपुर में चोरी की सूचना निकली फर्जी, जांच में चोरी की बात निकली गलत, विवाहिता ने मायके भेज दिया था गहना और जेवर, दूसरी घटना में जेवर रखे थे गिरवी, पुलिस ने जांच के बाद फर्जी सूचना देने लिखा मुकदमा।
पं श्याम त्रिपाठी
उत्तर प्रदेश के गोंडा में चोरी की फर्जी सूचना देने के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्यवाही करते हुए मुकदमा दर्ज किया है। घटनाओं की जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि, चोरी की घटना की फर्जी अफवाह फैलाकर पुलिस के साथ-साथ लोगों को हैरान किया गया था।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक परसपुर और वजीरगंज क्षेत्र में चोरी का मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दिया था। उच्च अधिकारियों के जांच में चोरी का मामला फर्जी पाया गया। इसके बाद पुलिस ने मामले में कार्यवाही करते हुए शिकायतकर्ता महिला के खिलाफ फर्जी सूचना देने का मुकदमा दर्ज किया है।
जानिए वजीरगंज का मामला
दरअसल, वजीरगंज थाना क्षेत्र के खानपुर गोरथनिया गांव की रहने वाली सुग़राबानो पत्नी रमजान अली ने डायल 112 को सूचना देते हुए कहा कि 16 सितंबर को चोरों ने घर में घुसकर गहने और नगदी चुरा ली है। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस के हाथ पांव फूल गए। घटनास्थल का जायजा लेने के लिए स्थानीय पुलिस के अतिरिक्त क्षेत्राधिकारी तरबगंज ने मौके का जायजा लिया। पुलिस के जांच में चोरी की घटना संदिग्ध प्रतीत हुई। तब पुलिस ने मामले में तह तक जाकर घटना उजागर करने के लिए कमर कसी।
मोबाइल में ही कैद थे साक्ष्य
शिकायतकर्ता महिला से पूछताछ करते हुए पुलिस ने उसकी मोबाइल की जांच शुरू कर दी। जिसमें बातचीत का ऑडियो रिकॉर्ड था। पति से फोन पर बातचीत करने के दौरान महिला ने कहा था कि “जेवर और रुपए के लिए परेशान मत होना, रुपए और गहने मायके भेज दिए हैं” मोबाइल में मिली रिकॉर्डिंग के आधार पर पुलिस ने पूरी घटना को फर्जी पाते हुए सुगरा बानो के खिलाफ पुलिस को फर्जी सूचना देने का मामला दर्ज कर लिया है।
परसपुर थाना क्षेत्र का मामला
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक 17 सितंबर को परसपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बहुवन मदार माझा गांव के रहने वाला अरुण निषाद पुत्र देवी निषाद चांदी का जेवर बेचने के लिए पसका चौकी क्षेत्र में संचालित ज्वेलर्स की दुकान पर गया था। ज्वेलर्स ने चांदी को चेक कराया तो बताया कि उसकी चांदी नकली है। इसके बाद ज्वेलर्स ने अरुण निषाद का जेवर खुद रखकर हल्ला कर दिया कि अरुण चोर है। मामला भरे बाजार में होने के कारण तत्काल बाजार की भीड़ इकट्ठा हो गई थी। मामले की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने अरुण को तत्काल हिरासत में ले लिया।
जांच में खुला राज
अरुण से पूछताछ के बाद पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू किया, इस दौरान पता चला कि अरुण चोरी के नहीं बल्कि अपने गांव के रहने वाले शिवकुमार निषाद पुत्र मंगल से चांदी का जेवर लेकर ज्वेलर्स के यहां गिरवी रखने के लिए गया हुआ था। मामला स्पष्ट होने के बाद पुलिस ने थाना क्षेत्र के वृन्दावन खैरा के रहने वाले ज्वेलर्स आकाश सोनी पुत्र कालिका सोनी से अरुण का जेवर वापस करवाया। हालांकि मामले में दोनों पक्ष ने एक दूसरे पर कोई लिखित शिकायती पत्र नहीं दिया।
पुलिस की अपील
पुलिस ने आम जनमानस से अपील करते हुए कहा है कि, झूठी सूचना देने से बचे, फर्जी सूचनाओं से आम जनमानस में भय व्याप्त होता है। भ्रामक व फर्जी सूचना देने पर संबंधित के विरुद्ध विधिक कार्रवाई की जाएगी। जिसमें सजा और जुर्माना का प्रावधान है।
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