अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर के इंडो-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र में तैनात सशसशस्त्र सीमा बल नवीं वाहिनी ने सोमवार को सीमावर्ती युवतियों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु 20 दिवसीय बेसिक कंप्यूटर प्रशिक्षण का शुभारंभ सह "नशा मुक्त भारत अभियान" के अंतर्गत जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया ।
8 सितंबर को मनोरंजन कुमार पाण्डेय, कमांडेंट नौवीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल के निर्देशन में नागरिक कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत पंचायत भवन मोहकमपुर में सीमावर्ती क्षेत्र की युवतियों के लिए 20 दिवसीय बेसिक कंप्यूटर प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन सदर विधायक पलटू राम द्वारा फीता काटकर किया गया। इस अवसर पर मो. शकील खान ग्राम प्रधान, मोहकमपुर जरवा, मुख्य आरक्षी शशांक सिंह, कस्टम जरवा, बृज नंदन राय, एएसपी तुलसीपुर राकेश पाल, निरीक्षक, थाना जरवा एवं एटीएस के आरक्षी बिमल कुमार राणा क्षेत्रीय जन प्रतिनिधि के अतिरिक्त नैंसी सिंगला उप कमांडेंट, निरीक्षक सामान्य राहुल रंजन, निरीक्षक सामान्य अनंता मेक, उप निरीक्षक सामान्य रक्षा सोनी एवं अन्य जवान उपस्थित रहे। प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत ग्राम जरवा की 30 युवा महिलाओं को कंप्यूटर की मूलभूत शिक्षा प्रदान की जाएगी, जिससे वे डिजिटल साक्षर बनकर रोजगार के नए अवसरों की दिशा में अग्रसर हो सकें। यह पहल उन्हें आत्मनिर्भरता की राह पर ले जाने में सहायक सिद्ध होगी । कार्यक्रम के अंतर्गत "नशा मुक्त भारत अभियान" के तहत एक जागरूकता कार्यशाला का भी आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य युवाओं को नशे के दुष्परिणामों के प्रति जागरूक करना और समाज में नशा मुक्त वातावरण को प्रोत्साहित करना था । विधायक पलटू राम ने कहा कि एसएसबी का यह कदम सराहनीय है । इस पहल की सराहना करते हुए विधायक ने कहा कि डिजिटल शिक्षा वर्तमान युग की आवश्यकता है, और इस प्रकार के कार्यक्रम महिलाओं को सशक्त बनाने के साथ-साथ ग्रामीण समाज के समग्र विकास में भी योगदान देंगे। एस.एस.बी द्वारा समय समय पर जरुरतमंदों को जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है ,सीमावर्ती गाँव में लोंगों कों आर्थिक स्थिति सुधारने व व्यवसाय मुहैया कराने में एस.एस.बी का हमेशा योगदान रहता है |मानव चिकित्सा शिविर,पशु चिकित्सा शिविर ,जन जागरूकता कार्यक्रम व जनकल्याणकारी योजनाओं से लोगों को लाभ दिलाने का प्रयास किया जाता है ।सशस्त्र सीमा बल की यह पहल "नागरिक कल्याण कार्यक्रम" के उद्देश्यों के अनुरूप सीमावर्ती क्षेत्रों में नारी सशक्तिकरण एवं सामाजिक जागरूकता की दिशा में एक सशक्त कदम है ।
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