उत्तर प्रदेश के बरेली में मामी के दीवाने भांजे ने रिश्तो को तार तार करते हुए मामी के कहने पर मामा की हत्या कर दी। घटना को दुर्घटना में तब्दील करने के लिए मामा को मौत की नींद सुलाने के बाद शव को पिकअप में रखकर खाई में धकेल दिया।
शाही थाना पुलिस ने मृतक हरपाल के हत्या के आरोप में शीशगढ़ थाना क्षेत्र के बिल्सा गांव के रहने वाले राहुल पुत्र नारायण दास और रामपुर जिले के खजुरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत करसोली गांव के रहने वाले धर्मेन्द्र सिंह पुत्र वेदराम को गिरफ्तार कर मृतक का पैन कार्ड बरामद किया है। वही अभी पुलिस एक आरोपी के तलाश में जुटी हुई है।
अब जानिए पूरा मामला
दरअसल, 8 सितंबर को ऋषिकेश जाने के लिए पिकअप लेकर निकले हरपाल की गाड़ी खाई में मिली थी। गाड़ी के अंदर हरपाल का शव प्राप्त हुआ था। मामले में 30 सितंबर को शाही थाना क्षेत्र के गोहाना गांव की रहने वाली मृतक की मां पूरन देवी पत्नी भजन लाल ने अपनी बहू ममता, नाती कैलाश, राहुल और तीन अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था। आरोप लगाते हुए कहा कि षड्यंत्र करके पिकअप से ऋषिकेश जाने का बहाना बना करके बुक करवाया गया, इसके बाद बेटे की हत्या कर दी गई। घटना को हादसे का रूप देने के लिए पिकअप को मिर्जापुर के खाई में डाल दिया गया। जिसके आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद नामजद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय रवाना कर दिया था। लेकिन पुलिस अज्ञात आरोपियों की तलाश में जुटी हुई थी। जांच में आरोपियों का नाम प्रकाश में आने के बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। वही मामले में बिल्सा के रहने वाले राजीव पुत्र होरीलाल की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है।
मामी के प्यार में मामा की हत्या
दरअसल, हरपाल लौध निजी पिकअप चला कर पैसे कमाता था। जिसके कारण से उसे अक्सर घर से बाहर रहना पड़ता था। इसी दौरान कैलाश को अपनी मामी ममता से प्यार हो गया। दोनों का प्रेम प्रसंग इतना परवान चढ़ा कि हरपाल के गैर मौजूदगी में दोनों के साथ-साथ समय गुजरने लगे। लेकिन, इसी दौरान मामला जगजाहिर हो गया। जिसके कारण हरपाल को अपनी जान गंवानी पड़ी।
भांजे के साथ आपत्तिजनक स्थिति में थी मामी
दरअसल, हरपाल पिकअप लेकर के रोजी-रोटी के तलाश में गया हुआ था, जिसकी जानकारी मिलते ही उसका भांजा कैलाश उसके घर पहुंच गया। मामी भांजा आपत्तिजनक स्थिति में मौजूद थे, तभी मामा की घर वापसी हो गई। जिसके कारण से हरपाल ने कहासुनी के बाद पत्नी को पीट दिया। तभी पत्नी ममता ने पति के हत्या की योजना बना डाली।
प्रेमी ने मौसेरे भाई से किया एक लाख का सौदा
ममता के कहने पर कैलाश ने हरपाल को खत्म करने के लिए अपने मौसी के लड़के राहुल से एक लाख रुपए में बातचीत कर ली, जिसमें एडवांस मनी के रूप में 15000 रुपए दे दिए थे। इसके बाद योजना को अंजाम दिया गया। 8 सितंबर को ऋषिकेश जाने के लिए हरपाल की पिकअप गाड़ी को 7000 रुपए में बुक किया गया। जिसके लिए उसे फोन करके मिर्जापुर बुलाया गया था। वहां कैलाश तथा राहुल धर्मेंद्र के साथ पहले से मौजूद थे। योजना के मुताबिक हरपाल पिकअप लेकर मिर्जापुर चौराहे पर पहुंचा तो धर्मेंद्र और राहुल पिकअप में सवार हो गए। फतेहगंज पश्चिमी से मीरगंज जाने वाली सडक पर नल नगरिया यात्री शेड के किनारे पिकअप को खडा करवाकर पिकअप के अंदर बैठकर शराब के जाम चढ़े। इसी दौरान कैलाश के साथ मोटरसाइकिल पर राजीव पहुंच गए, जैसे ही कैलाश ने पिकअप के अंदर घुसने का प्रयास किया तो हरपाल कैलाश को देखकर चौंक कर खडा हो गया, लेकिन नशे में होने के कारण भाग नही सका, तब राहुल पुत्र उदयवीर, राजीव पुत्र होरीलाल, राहुल पुत्र नारायण, धर्मेन्द्र पुत्र वेदराम और कैलाश ने उसे पिकअप की बाडी मे ही दबोच लिया। सभी लोगो ने मिलकर उसका गला दबाकर हत्या कर दी। उसका पर्स पास मे ही पाँपलर के खेत मे केले के पेड़ के मध्य छिपा दिया था।
दुर्घटना में तब्दील कर दी हत्या
हत्या की घटना को दुर्घटना में बदलने के लिए हरपाल के शव को पिकअप में रखकर मिर्जापुर से शाही जाने वाली सड़क के किनारे खाई के पास पहुंचे। मृतक के शव को ड्राइविंग सीट पर रखकर पिकअप को खाई में धकेल दिया था। जिससे लोगों को यह पता चले की अनियंत्रित वाहन के खाई में उतर जाने से चालक की मौत हो गई है। आरोपियों से पूछताछ में पुलिस ने घटनाक्रम का खुलासा कर दिया है।
बोले इंस्पेक्टर
मामले में शाही थाना प्रभारी धर्मेन्द्र विश्नोई ने बताया कि षड्यंत्र पूर्वक की गई हत्या का खुलासा करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ