कृष्ण मोहन
उत्तर प्रदेश के गोंडा प्रियंका निरंजन ने अध्यापकों और लेखपालों को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि लगी हुई ड्यूटी को हर हाल में करना होगा, नेतागिरी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। डीएम कड़ा रुख देखकर शिक्षक और लेखपाल सहम गए।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक शनिवार को मनकापुर तहसील में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता करने के दौरान जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन के सामने राजस्व विवादों के अतिरिक्त ड्यूटी लगाई जाने से संबंधित शिकायती पत्र मिले। संबंधित मामलों में त्वरित निस्तारण का निर्देश देते हुए ड्यूटी के बाबत डीएम ने लेखपाल, शिक्षक और एडीओ पंचायत को कड़ी फटकार लगाई।
101 शिकायत पत्र के सापेक्ष पांच का निस्तारण
बता दे कि आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में अलग-अलग समस्याओं को लेकर कुल 101 शिकायत पत्र प्राप्त हुए, जिसमें मौके पर मौजूद अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत करके पांच शिकायत पत्रों का मौके पर समाधान कर दिया गया। शेष 96 शिकायत पत्रों का जिलाधिकारी ने त्वरित निस्तारण करने का निर्देश दिया है।
प्रधान ने नहीं बनवाई सड़क
मामला केशव नगर ग्रंट गांव से जुड़ा हुआ है, यहां के रहने वाले सिद्धार्थ यादव ने शिकायती पत्र देते हुए कहा कि आजादी के बाद से आज तक ग्रामवासी कच्चे रास्ते पर चलने के लिए विवश है। तमाम शिकायतों के बावजूद भी कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। इस दौरान कई प्रधानों के कार्यकाल बदले लेकिन किसी ने भी रास्ते को पक्की सड़क के लिए कोई व्यवस्था नहीं की। मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने भभनजोत बीडीओ को जांच कर रास्ता बनवाने के लिए निर्देशित किया।
छपिया में भ्रष्टाचार
विश्वनाथ मिश्र ने शिकायती पत्र देते हुए कहा कि बेलहरी बुजुर्ग गांव में विकास के नाम पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। तालाब की खुदाई के नाम पर दो वित्तीय वर्ष से धनराशि निकाल लिया जाता है। जबकि मात्र आशिक खुदाई हुई है। भ्रष्टाचार के मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने खंड विकास अधिकारी से 3 दिन के भीतर जांच करके रिपोर्ट देने के लिए निर्देशित किया है। इसी क्रम में विकासखंड क्षेत्र के लेदवा परसा तिवारी गांव की रहने वाली रामकली ने बेटे के मृत्यु प्रमाण पत्र को लेकर गुहार लगाई। महिला ने आरोप लगाते हुए कहा कि मोटरसाइकिल से दुर्घटना होने के बाद इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया था। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया था। मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए अस्पताल से विकासखंड कार्यालय तक का लगातार चक्कर लगा रही है, लेकिन अस्पताल के द्वारा मृत्यु प्रमाण पत्र न देकर के विकासखंड कार्यालय भेज दिया जाता है। मामले में डीएम ने तत्काल एडीओ पंचायत को तलब किया। उन्होंने बताया कि, दुर्घटना के बाद युवक को बुक्कनपुर सीएचसी पहुंचाया गया था। जहां पर मृत्यु घोषित होने के बाद मृत प्रमाण पत्र जारी किया जाना चाहिए था। डीएम ने मुख्य चिकित्साधिकारी रश्मि वर्मा को निर्देशित किया कि तत्काल अस्पताल से मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करवा करके उपलब्ध करवाया जाए। जिसके बाद पीड़ित महिला को तत्काल ऑनलाइन उपलब्ध कराया गया।
डीएम के कड़े तेवर
चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए कुछ शिक्षक जिलाधिकारी से वार्ता करने तहसील पहुंचे थे। इस दौरान डीएम ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए कहा कि यदि ड्यूटी लगी हुई है तो हर हाल में करना होगा, इस दौरान बिना छुट्टी लिए विद्यालय से तहसील पहुंचे शिक्षकों के छुट्टी के बाबत बात आने पर मौके से शिक्षक भागते नजर आए।
वही क्राप कटिंग में लेखपाल व एडीओ पंचायत को जमकर फटकार लगी, लेखपालों को डांटते हुए कहा कि यदि लेखपाल काम नहीं करेगा तो कौन करेगा? मैं नेतागिरी नहीं बर्दाश्त करती हूं। राजस्व विभाग के कर्मचारी को जो भी आदेश निर्देश शासन राजस्व परिषद से आयेगा उसका पालन कराना मेरी जिम्मेदारी है। काम न करने वाले लेखपालों को चिन्हित करके उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अन्यथा शासन के मंशानुरूप कार्य करें।
इनकी रही मौजूदगी
इस मौके पर प्रभागीय वनाधिकारी अनुराग प्रियदर्शी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० रश्मि वर्मा, उपजिलाधिकारी मनकापुर अवनीश त्रिपाठी, प्रभारी तहसीलदार/नायब तहसीलदार बभनीपायर मनकापुर चंदन जायसवाल, नायब तहसीलदार मनकापुर अनिल कुमार तिवारी, जिला विकास अधिकारी सुशील कुमार श्रीवास्तव, परियोजना निदेशक डीआरडीओ अजय प्रताप सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी लालजी दूबे, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी, एआर कोऑपरेटिव, खंड विकास अधिकारी मनकापुर, छपिया, बभनजोत, सिंचाई विभाग, लघु सिंचाई विभाग के अधिकारीगण सहित अन्य सभी जनपद स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ