उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एंटी करप्शन टीम ने चौकी इंचार्ज को 2 लाख रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है। पेपर मिल चौकी इंचार्ज के गिरफ्तारी से महकमे में हड़कंप मच गया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक बुधवार देर शाम महानगर थाना अंतर्गत पेपर मिल चौकी इंचार्ज धनंजय सिंह को एंटी करप्शन टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया, इसके बाद टीम चौकी इंचार्ज को अलीगंज पुलिस थाना लेकर चली गई।
चौकी इंचार्ज ने दी 96% रियायत
मिली जानकारी के मुताबिक कानपुर के दर्शनपुरवा में रहने वाले बीएसएल कोचिंग (ब्रिटिश स्कूल ऑफ लैंग्वेज) के मालिक प्रतीक गुप्ता पुत्र अनिल गुप्ता पर रेप केस का आरोप लगा था। मामले में शिकायतकर्ता जेल जा चुका था। जेल से लौटने के बाद चौकी इंचार्ज ने शिकायतकर्ता से धारा कम करने के नाम पर 50 लाख रुपए रिश्वत की मांग की थी। आश्वासन दिया था कि रिश्वत देने के बाद पीड़िता का बयान बदल जाएगा। जिससे उनके मामले में काफी रियायत मिलेगी। बड़ी रकम को देने में शिकायतकर्ता ने असमर्थता जताई, इसके बाद रियायत का दौर शुरू हो गया। लगातार बातचीत होने के दौरान चौकी इंचार्ज का दिल पसीज गया, उन्होंने शिकायतकर्ता को 96% की रियायत देते हुए 2 लाख रुपए पर सौदा पक्का कर दिया।
काउंसलर ने लगाया था आरोप
दरअसल, कोचिंग सेंटर में काउंसलर का कार्य देखने वाली एक महिला को 24 मई 2025 को निकाल दिया गया था। महिला ने करीब 4 महीने बाद थाना महानगर लखनऊ में मुकदमा पंजीकृत कराया था। जिसकी विवेचना दरोगा धनन्जय सिंह चौकी पेपर मिल को मिली थी। उन्होंने जांच के दौरान एक अन्य व्यक्ति का नाम निकाल दिया। रिश्वत न मिलने के कारण कोचिंग मालिक को जेल भेज दिया गया। 17 अक्टूबर न्यायालय से जमानत लेकर कोचिंग संचालक बाहर आया, तब विवेचक धनन्जय ने मुकदमे से नाम निकालने के लिए दो लाख की मांग की।
रंगे हाथों गिरफ्तार
मामले में शिकायतकर्ता एंटी करप्शन टीम को अवगत कराने के बाद रिश्वत देने के लिए पुलिस चौकी पहुंच गया। जैसे ही चौकी इंचार्ज धनंजय सिंह ने दो लाख रुपए रिश्वत ली, चौकी के बाहर खड़ी एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथों दबोच लिया। आरोपी दारोगा को गिरफ्तार करने के बाद एंटी करप्शन टीम अलीगंज पुलिस लेकर चली गई। वीडियो देखिए 👇।
गिरफ्तारी का वीडियो वायरल
सोशल मीडिया के जरिए चौकी इंचार्ज के गिरफ्तारी का वीडियो प्रकाश में आया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। एंटी करप्शन टीम के द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद चौकी इंचार्ज पुलिस के गाड़ी में बैठाए जाते हुए नजर आ रहे हैं।
बोले इंस्पेक्टर
मामले में ट्रैप टीम प्रभारी उदयराज निषाद ने बताया कि चौकी इंचार्ज के खिलाफ मिली शिकायत के बाबत जांच कराया गया था, मामले की पुष्टि होने के बाद रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। मामले में अलीगंज पुलिस में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।


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