बृजेश गुप्ता
श्रावस्ती जिले के इकौना में 17 अक्टूबर को हुए दर्दनाक सड़क हादसे में घायल मरीज के इलाज में घोर लापरवाही ने सियासी विवाद को जन्म दे दिया है। इलाज में टांके के धागे के न मिलने और देरी के कारण स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर भारी सवाल उठे हैं।मीडिया में इस मुद्दे के उठने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई करनी शुरू कर दी है।प्रेसवार्ता के दौरान CMO डॉ. अशोक कुमार सिंह ने बताया कि डॉक्टर, फार्मासिस्ट और एक वार्ड बॉय को CHC इकौना से हटा दिया गया है। उन्होंने कहा कि ड्यूटी पर तैनात स्वास्थ्यकर्मियों ने इलाज में लापरवाही बरती, जिसके चलते यह कदम उठाया गया है। साथ ही CMO ने कहा कि यदि जांच में CHC अधीक्षक दोषी पाए जाते हैं, तो उन पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।हालांकि, CHC अधीक्षक का गैर-जिम्मेदाराना बयान सोशल मीडिया पर वायरल होने से पीड़ित परिवार का गुस्सा और बढ़ गया है। परिजनों का आरोप है कि विभाग इस मामले में खानापूर्ति कर दोषियों को बचाने की कोशिश कर रहा है।परिजन इस बात का खुलकर सवाल उठा रहे हैं कि आखिर श्रावस्ती में यह "खानापूर्ति वाला इलाज" कब तक चलता रहेगा और दोषियों को कब कारवाही होगी। देखिए क्या बोले सीएमओ डॉ अशोक कुमार सिंह 👇।





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