अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर के अंग्रेजी माध्यम विद्यालय पायनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कालेज में बुधवार को गया नवरात्रि का उत्सव धूमधाम से मनाया गया ।
1 अक्टूबर, 2025 को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पाॅयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड काॅलेज, बलरामपुर में ‘नवरात्रि का उत्सव, मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी एवं उप प्रधानाचार्या शिखा पाण्डेय नें माता जी को पुष्प, चंदन रोली व चुनरी चढ़ाकर आरती एवं पूजा अर्चना किया। तत्पश्चात् विद्यालय अध्यापक अध्यापिकाओं ने भी माता जी आरती उतारी। विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक ने बताया कि नवरात्रि हिंदअुों का एक प्रमुख पर्व है। नवरात्रि एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ होता है ‘नौ रातें‘‘ इन नौ रातों और दस दिनों के दौरान, शक्ति/देवी के नौ रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि वर्ष में चार बार आता है। माघ, चैत्र, आषाढ़, अश्विन मास में प्रतिपदा से नवमी तक मनाया जाता है। नौ रातों में तीन देवियों महालक्ष्मी, महासरस्वती और महाकाली के नौ स्वरूपों की पूजा होती है। शारदीय नवरात्रि देवी पूजा जो शरद ऋतु में मनाया जाता है। शारदीय नवरात्रि का महात्म्य सर्वोपरि इसलिए है कि इसी समय देवताओं ने दैत्यों से परास्त होकर और आद्या शक्ति की प्रार्थना की थी और उनकी पुकार सुनकर देवी माँ का आविर्भाव हुआ। उनके प्राक्टय से दैत्यों के सँहार करने पर देवी माँ की स्तुति देवताओं ने की थी। उसी पावन स्मृति में शारदीय नवरात्रि का महोत्सव मनाया जाता है। ‘नवरात्रि उत्सव पर‘ विभिन्न प्रकार के सांस्कृति कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें एकल नृत्य गीत-झूला झुलावे शेर मइया नामक गीत पर आशी यादव ने बहुत ही मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया। एकल नृत्य गीत-जोगाढ़ा तारा नामक गीत पर यशवी सोनी ने बहुत ही मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया। साथ ही रिमिशा-शैलपुत्री, हर्षिता-ब्रह्मचारिणी, सानवी-चन्द्रघंटा, अनन्या-कुष्मांडा, अर्चिता-स्कन्दमाता, श्रुतिका-कात्यायनी, सोना-कालरात्रि, आकृति-महागौरी एवं कृतिका-सिद्धदात्री तथा शेर-सर्वेश शेर पर माता के रूप में बैठी हुयी श्राविका का अभिनय करके नौं देवियांे का रूप धारण करके विद्यालय परिवार को दर्शन दिया। अन्त में विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक ने बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति को देखकर समस्त प्रतिभागिओं का उत्साहवर्धन किया तथा छात्र-छात्राओं से कहा कि आप सब नवरात्रि त्योहार को बहुत ही धूमधाम से मनाये। नवरात्रि मे लोग 9 दिन व्रत रखते है और आखिरी दिन माँ की पूजा करके नौ कन्याओं को भोजन आदि कराते है। यह त्योहार अलग-अलग जगह पर अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। काफी जगह इस दिन लोग गरबा नृत्य और डांडिया नृत्य भी उत्साहपूर्वक करते है। इस अवसर पर विद्यालय, उप प्रधानाचार्या शिखा पाण्डेय, उर्वशी शुक्ला, नीलम श्रीवास्तव, लता श्रीवास्तव, किरन मिश्रा, गरिमा मिश्रा, रेशू तिवारी तथा समस्त अध्यापक अध्यापिकाओं नें छात्राओं के मनमोहक कार्यक्रम को देखकर सराहना की तथा बच्चों को प्रोत्साहित किया।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ