अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर मे इंडो नेपाल सीमावर्ती गांव में निवास कर रहे युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु सशस्त्र सीम बल नौवीं वाहिनी द्वारा विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया गया ।
एसएसबी नवीं वाहिनी मुख्यालय से 27 अक्टूबर को मिली जानकारी के अनुसार वाहिनी कार्यक्षेत्र के अंतर्गत वाईब्रेंट विलेज के ग्रामीण युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने तथा उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने के उद्देश्य से नौवीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल, बलरामपुर द्वारा कमांडेंट मनोरंजन कुमार पाण्डेय कमांडेंट के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में अनेक नागरिक कल्याण कार्यक्रम (Civic Action Programmes) संचालित किए जा रहे हैं। कमांडेंट मनोरंजन कुमार पांडे ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रमों का उद्देश्य सीमावर्ती क्षेत्रों के युवाओं को स्वरोजगार, कौशल विकास एवं तकनीकी दक्षता प्रदान कर उनकी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करना तथा उन्हें रोजगारोन्मुखी बनाना है। उन्होंने बताया कि वाहिनी कार्यक्षेत्र के विभिन्न सीमा चौकियों पर प्रशिक्षण आयोजित किए गए । सीमा चौकी कोयलाबास के ग्राम जरवा में कुल 30 युवाओं को 20 दिवसीय बेसिक कंप्यूटर प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इस प्रशिक्षण में युवाओं को कंप्यूटर की प्रारंभिक जानकारी, टाइपिंग, एम.एस. ऑफिस, इंटरनेट का उपयोग तथा डिजिटल लेन-देन की जानकारी दी गई, ताकि वे डिजिटल इंडिया मिशन से जुड़ सकें और स्वरोजगार के अवसर प्राप्त कर सकें। सीमा चौकी सीरिया नाका के ग्राम नन्दमेहरा में 15 युवाओं को 16 दिवसीय ड्राइविंग प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण में वाहन चलाने की मूल तकनीक, यातायात नियमों की जानकारी तथा मोटर वाहन अधिनियम से संबंधित आवश्यक दिशानिर्देश शामिल किए गए। प्रशिक्षण पूर्ण होने पर सभी प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र भी प्रदान किया गया, जिससे वे रोजगार के नए अवसरों का लाभ उठा सकें। सीमा चौकी डगमरा के ग्राम रतनवा में 20 दिवसीय सिलाई प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया, जिसमें 20 स्थानीय युवतियों एवं महिलाओं को शामिल किया गया। प्रशिक्षण में उन्हें सिलाई, कटिंग, डिजाइनिंग तथा परिधान निर्माण के बुनियादी कौशल सिखाए जा रहे हैं। प्रशिक्षण के पश्चात प्रतिभागियों को रोजगार एवं आत्मनिर्भरता के अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने बताया कि तीनों प्रशिक्षणों का समग्र उद्देश्य सीमावर्ती युवाओं में आत्मविश्वास जगाना, उन्हें स्वावलंबन की दिशा में प्रेरित करना और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाना है । मनोरंजन कुमार पाण्डेय कमांडेंट ने कहा कि सशस्त्र सीमा बल केवल सीमा की सुरक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि सीमावर्ती नागरिकों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए भी सतत् प्रयासरत है। ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम युवाओं को आत्मनिर्भर बनाकर राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का अवसर प्रदान करते हैं।”
इन नागरिक कल्याण कार्यक्रमों के माध्यम से नौवीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल, बलरामपुर ने न केवल सीमावर्ती क्षेत्रों में विश्वास एवं सद्भाव का वातावरण सुदृढ़ किया है, बल्कि युवाओं को रोजगार एवं सम्मानजनक जीवन की दिशा में अग्रसर करने का कार्य भी किया है।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ