अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर में शनिवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुषांगिक संगठन आरोग्य भारती ने सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में आरोग्य देवता भगवान धन्वंतरि का प्राकट्य दिवस मनाया । कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती, भगवान धन्वंतरि और भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण तथा उनके समक्ष दीप प्रज्वलित करके किया गया ।
18 अक्टूबर को सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कलेज में आयोजित भगवान धन्वंतरि जयंती कार्यक्रम में विद्यालय की छात्राओं ने स्वागत गीत गया तथा अमृत वचन का पाठ किया । विद्यालय की डॉ उर्मिला ने बच्चों को प्रेरक प्रसंग सुनाया । कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ कुलदीप विश्वकर्मा ने किया । आज के इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आरोग्य भारती के जिला अध्यक्ष डॉ राकेश चंद्रा थे । आरोग्य भारती के सक्रिय सदस्य तथा विद्यालय के प्रबंधक डॉक्टर सतीश सिंह, सक्रिय सदस्य डॉक्टर सौरभ सिंह, डॉ विकास अग्रवाल विद्यालय के प्रधानाचार्य बृजेश नारायण सिंह और विद्यालय के समस्त आचार्यों ने सभी भैया बहनों के साथ बहुत ही सुंदर संगीतमय भगवान धन्वंतरि की आरती की । मुख्य वक्ता डॉ राकेश चंद्रा ने अपने उद्बोधन का प्रारंभ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष पर संघ की स्थापना करने वाले डॉक्टर केशव राम बलि हेडगेवार को धन्यवाद देते हुए कहा कि जिस तरह उन्होंने देश की संस्कृति की रक्षा के लिए संघ की स्थापना की । उसी तरह उनके ही संरक्षण में बच्चों को एक उच्च कोटि की शिक्षा के साथ-साथ उन्हें संस्कारवान तथा देशभक्त नागरिक बनाने के लिए विद्या भारती की स्थापना की गई । स्वस्थ ग्राम, स्वस्थ परिवार स्वस्थ समाज और स्वस्थ राष्ट्र की परिकल्पना करते हुए 2002 में कोच्चि ( केरल ) में आरोग्य भारती की स्थापना की गई । डॉक्टर चंद्रा ने कहा कि आयुर्वेद ही समस्त चिकित्सा पद्धति की जननी है । उन्होंने कहा कि जिस तरह कोरोना जैसी महामारी के समय आयुर्वेद ने प्राणी मात्र की जीवन रक्षा करने में अपनी महती भूमिका अदा की उसे पूरा विश्व अचंभित है । आयुर्वेद का तो प्रयोजन ही यही है कि स्वस्थ व्यक्ति को स्वस्थ रखा जाए और रोगियों को चिकित्सा करके उन्हें रोग मुक्त किया जाए। इसी क्रम में डॉ सतीश सिंह ने बच्चों को भगवान धन्वंतरि जी के विषय में बताया और कहा कि कैसे कठिन रोगों का भी इलाज आयुर्वेद तथा होम्योपैथ में संभव है । डॉ सौरभ सिंह ने भी बच्चों को स्वस्थ रहने के ज्ञान दिया । डॉ कुलदीप विश्वकर्मा ने छात्र छात्राओं को मिथ्या आहार विहार से दूर रहने को कहा पूरे कार्यक्रम का अत्यंत सफल संचालन साधना श्रीवास्तव ने किया । अंत में विद्यालय के आचार्य मदन ने आए हुए अतिथियों का आभार ज्ञापित किया ।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ