अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर के एमएलके पीजी कॉलेज में शनिवार को राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा दान उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।
प्राचार्य प्रो जनार्दन प्रसाद पाण्डेय के निर्देशानुसार तथा राष्ट्रीय सेवा योजना के सरोजनी नायडू इकाई, कल्पना चावला इकाई तथा डाॅ कलाम इकाई के कार्यक्रम पदाधिकारी डाॅ रमेश शुक्ल, डाॅ अनामिका सिंह तथा डाॅ जितेन्द्र भट्ट के संयोजकतव मे दान उत्सव पर कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय के सभागार मे किया गया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो जनार्दन प्रसाद पाण्डेय थे तथा विशिष्ट अतिथि मुख्य नियंता प्रो वीणा सिंह थी । अन्य अतिथियो मे शिक्षा शासत्र विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ दिनेश कुमार मौर्य, संस्कृत विभाग के सहायक प्रोफेसर डाॅ ए के दीक्षित, राजनीतिक विभाग के सहायक प्रोफेसर डाॅ आशीष लाल तथा योग विशेषज्ञ सिद्धार्थ मोहंता शामिल थे । कार्यक्रम का प्रारंभ वैदिक मंगलाचरण, दीप प्रज्वलन , सरस्वती वंदना तथा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण से हुआ । वैदिक मंगलाचरण तथा सरस्वती वंदना गौरी मिश्रा, दीपशिखा साहू तथा मेनका ने प्रस्तुत किया । महाविद्यालय सभागार मे मुख्य अतिथि प्राचार्य प्रो जनार्दन प्रसाद पाण्डेय, विशिष्ट अतिथि मुख्य नियंता प्रो वीणा सिंह तथा अन्य अतिथियो का स्वागत परंपरागत ढंग से डां शुक्ल , डाॅ अनामिका तथा डाॅ भटट के द्वारा किया गया । तत्पश्चात सरोजनी नायडू इकाई के कार्यक्रम पदाधिकारी डाॅ रमेश शुक्ल के नेतृत्व मे स्वयंसेवक तथा स्वयंसेवीकाओ ने महाविद्यालय परिसर की साफ सफाई की । मुख्य अतिथि प्राचार्य प्रो जनार्दन प्रसाद पाण्डेय ने अपने सम्बोधन मे दान उत्सव 2025 के महत्व की जानकारी संक्षेप मे छात्र छात्राओ को दी । उन्होने कहा कि दान उत्सव ( 2अकटूबर से 8 अक्टूबर) पूरे भारत मे उपहार देने के त्योहार के रुप मे मनाया जाता है जहां नागरिको को अपने समय , कौशल तथा संसाधनों को सेवा व करूणा की भावना से देने हेतू प्रोत्साहित किया जाता है । उन्होने कहा कि महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के विभिन्न इकाईयों ने स्वयंसेवकों तथा स्वयंसेवीकाओ के माध्यम से विगत वर्षो मे दान उत्सव मे सक्रिय भागीदारी की है और विभिन्न प्रकार की गतिविधियो के माध्यम से सेवा की भावना को दर्शाया है । उन्होने पूर्व की भांति इस वर्ष भी राष्ट्रीय सेवा योजना की विभिन्न ईकाईयों के द्वारा दान उत्सव 2025 के सफल संचालन के लिए तीनो इकाईयों के कार्यक्रम पदाधिकारी डाॅ रमेश शुक्ल, डाॅ अनामिका तथा डाॅ भट्ट एवम स्वयंसेवकों तथा स्वयंसेवीकाओ को बधाई दी । मुख्य नियंता प्रो वीणा सिंह ने डीजीटल जागरूकता के समाज मे प्रचार मे राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक तथा स्वयं सेविकाओं के योगदान विषय पर अपने विचार संक्षेप मे व्यक्त किए । उन्होने कहा कि यह आवश्यक है कि इन्टरनेट के माध्यम से सूचना के क्षेत्र मे जो क्रांति आई है इसका लाभ समाज के सभी लोगो तक पहुंच सके । उन्होने कहा कि यह कौशल विकास का हिस्सा है और इस संदर्भ मे स्वयंसेवक तथा स्वयं सेविकाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है । उन्होने प्रसिद्ध गणितज्ञ तथा आक्सफोर्ड विश्विद्यालय के पूर्व प्रोफेसर लूइस कैरौल की प्रसिद्ध रचना एलीस इन वनडरलैड के विषय मे छात्र छात्राओ को जानकारी दी तथा कहा कि आज छात्र अपने टैब के माध्यम से एलीस इन वनडरलैड को किसी भी स्थान मे रहकर पढ सकता है तथा इससे संबधित व्याख्यान भी सुन सकता है ।
सरोजनी नायडू इकाई के कार्यक्रम पदाधिकारी डाॅ रमेश शुक्ल ने वरिष्ट नागरिको के साथ समय विताने के महत्व की जानकारी के विषय मे समाज मे जागरूकता के प्रचार की आवश्यकता पर बल दिया । उन्होने विलियम शेक्सपियर के प्रसिद्ध नाटक किए लियर के कुछ डायलाग को छात्र छात्राओ के समझ पढा तथा कहा कि शेक्सपियर ने इस नाटक मे वृद्ध जनों की समस्याओं का जो वर्णन किया है वह अद्वितीय है । उन्होने भारत मे वृद्धाश्रम के बढते हुए संख्या का जिक्र करते हुए कहा कि आवश्यकता है कि हम प्रति दिन कुछ समय उनके साथ व्यतीत करे । कल्पना चावला इकाई के कार्यक्रम पदाधिकारी डाॅ अनामिका ने योग के महत्व की जानकारी से संबंधित जागरूक के प्रचार के विषय मे अपने विचार व्यक्त किए । उन्होने पातांजलि के व्यक्तित्व एवम कृतित्व पर प्रकाश डाला । उन्होने कहा कि योग सम्पूर्ण विश्व को भारत की एक अनमोल भेंट है । उन्होने कहा कि आज सम्पूर्ण विश्व योग के माध्यम से मानव के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का समाधान करने का प्रयास कर रहा है क्योंकि यह अत्यंत सहज , सरल तथा प्रामाणिक है । डाॅ कलाम इकाई के योजना पदाधिकारी डाॅ जितेन्द्र भट्ट ने वाल आफ गिविंग के विषय मे संक्षेप मे छात्र छात्राओ को जानकारी दी । साथ ही उन्होने अंतराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर इस दिवस के महत्व की जानकारी संक्षेप में छात्र छात्राओ को दी ।
उन्होने महिला सशक्तीकरण तथा गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षन पर अपने विचार संक्षेप मे रखे । योग विशेषज्ञ सिद्धार्थ मोहंता ने स्वयंसेवक तथा स्वयं सेविकाओं को महाविद्यालय के सभागार मे योगाभ्यास कराया तथा योग को दैनिक दिनचर्या मे अनिवार्य रूप से शामिल करने की बात की । कार्यक्रम मे डाॅ बी एल गुप्ता, डाॅ अभय नाथ ठाकुर, शिवम सिंह, आर्या तिवारी, सिद्धार्थ मोहंता सहित सैकड़ो छात्र छात्राएं उपस्थित थे । कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ ।
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