बृजेश गुप्ता
श्रावस्ती। जिलाधिकारी अश्विनी कुमार पाण्डेय की अध्यक्षता में शनिवार की सायंकाल कलेक्ट्रेट सभागार में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अंतर्गत संचालित विभिन्न कार्यक्रमों की गहन समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, चिकित्सकों की उपस्थिति, टीकाकरण कार्यक्रम, आयुष्मान भारत योजना, एवं अन्य स्वास्थ्य अभियानों की विस्तृत समीक्षा की गई।बैठक में संयुक्त जिला चिकित्सालय में तैनात डा. दिग्विजय नाथ के लगातार अनुपस्थित पाए जाने पर जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को उनका वेतन स्थगित करने और कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी चिकित्सक अपने आवास पर या मुख्यालय से 10 किलोमीटर की परिधि में निवास करें और अनुपस्थित पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिए कि सरकारी चिकित्सक केवल राजकीय चिकित्सालयों में सेवाएं दें। यदि कोई चिकित्सक निजी अस्पताल में सेवाएं देता पाया गया तो उसके विरुद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।बैठक में बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण, चिकित्सालयों की स्वच्छता, तथा दवाओं की उपलब्धता पर विशेष चर्चा हुई। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित किया कि बायोमेडिकल वेस्ट के सुव्यवस्थित निस्तारण और अस्पताल परिसर की नियमित सफाई सुनिश्चित की जाए।आयुष्मान भारत योजना की समीक्षा के दौरान बताया गया कि श्रावस्ती में अब तक 57 प्रतिशत लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड जारी किए जा चुके हैं। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जिन परिवारों के केवल एक सदस्य का कार्ड बना है, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर शत-प्रतिशत कवरेज में शामिल किया जाए।टीकाकरण कार्यक्रम की समीक्षा में श्रावस्ती जनपद का कवरेज 81 प्रतिशत पाया गया। कम कवरेज वाले क्षेत्रों में सुधार के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने क्षयरोग, कुष्ठ रोग, तथा परिवार नियोजन कार्यक्रमों की प्रगति पर भी संतोष व्यक्त करते हुए शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने के लिए सभी अधिकारियों को क्षेत्र स्तर पर प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।जिलाधिकारी ने संयुक्त जिला चिकित्सालय में भर्ती एवं रेफरल रजिस्टर तैयार करने, दवाओं की उपलब्धता सूची डीवीडीएमएस पोर्टल पर अद्यतन रखने, और समस्त चिकित्सा इकाइयों में उपकरणों व चिकित्सकों की सूची प्रदर्शित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मरीजों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं मिलनी चाहिए, इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।बैठक में मुख्य विकास अधिकारी शाहिद अहमद, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. ए.के. सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. राजपाल सिंह सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं चिकित्सक उपस्थित रहे।


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