राकेश गिरी
बस्ती । पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी के अवसर पर सरकारी व गैर सरकारी संगठनों द्वारा विविध कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। इसी क्रम में दीनदयाल सेवा प्रतिष्ठान की ओर से सुबाष तिराहे पर कार्यक्रम आयोजित कर उन्हे याद किया गया।
जिलाध्यक्ष आशीष कुमार श्रीवास्तव, शैलेष श्रीवास्तव, डा. अजीत कुमार श्रीवास्तव, मयंक श्रीवास्तव, एडवोकेट कैलाश मोहन, मनीष शुक्ला, वशिष्ठ शुक्ल, विनय कुमार, प्रमोद जायसवाल आदि ने पण्डित जी के चित्र पर पुष्पार्चन कर उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतारने का संकल्प लिया। यह भी तय हुआ कि 7 अक्टूबर को स्थानीय टाउन हाल में पण्डित जी के जीवन वृत्त पर आधारित एक गोष्ठी का आयोजन किया जायेगा जिसमें भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय संगठन मंत्री संजय विनायक जोशी मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग करेंगे।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष ने अपने सम्बोधन में कहा कि कालेज छोड़ने के तुरन्त बाद पण्डित जी प्रचारक बनकर एकनिष्ठ भाव से संघ का संगठन कार्य करने लगे। वे नितान्त सरल और सौम्य स्वभाव के व्यक्ति थे। 11 फरवरी 1968 की रात में रेलयात्रा के दौरान मुगलसराय के आसपास उनकी हत्या कर दी गयी। विलक्षण बुद्धि, सरल व्यक्तित्व एवं नेतृत्व के अनगिनत गुणों के स्वामी भारतीय राजनीतिक क्षितिज के इस प्रकाशमान सूर्य ने भारतवर्ष में समतामूलक राजनीतिक विचारधारा का प्रचार एवं प्रोत्साहन करते हुए सिर्फ 52 साल क उम्र में हमारा साथ छोड़ दिया। वे उच्च-कोटि के दार्शनिक थे और किसी प्रकार का भौतिक माया मोह उन्हें ताउम्र छू तक नहीं सका। उनके इन्ही आदर्शों की वजह से समूचा देश उन्हे याद कर रहा है।


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