राकेश गिरी
बस्ती :मिश्रौलिया स्थित ग्रीन वैली एकेडमी तथा काशी प्रसाद सिंह मेमोरियल चैरिटेबुल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में 13 सितम्बर से चल रहे हिन्दी पखवाड़े का समापन हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं किसान पीजी कालेज से सेवानिवृत्त हिन्दी विभागाध्यक्ष रामदल पाण्डेय ने अपने सम्बोधन में कहा कि हिन्दी हमारी राष्ट्रभाषा और भारतीयों के स्वाभिमान का प्रतीक है। भाषा विज्ञान की कसौटियों पर पूर्णतया खरी उतरने वाली हिन्दी को दावे के साथ कहा जा सकता है कि यह उत्कृष्ट वैज्ञानिक भाषाओं में एक है। उन्होने कहा कि हिन्दी पर हमें गर्व है और ताउम्र रहेगा।
विशिष्ट अतिथि एवं जनता इण्टर कालेज बांसापार के प्रधानाचार्य ओमप्रकाश पाण्डेय ने कहा कि हिन्दी हमारी मातृभाषा है। उन्होने पत्रकार और साहित्यकार देश के प्रतीकात्मक राजदूत हैं जो हैं अपनी रचनाओं के जरिये देश की सभ्यता व संस्कृति को नाये आयाम देते हैं। अशोक महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डा. रामजनम सिंह ने हिन्दी को सर्वश्रेष्ठ भाष बताते हुये कहा कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक सवा सौ करोड़ भारतीयों को जोड़ने की इसमें अद्भुत क्षमता है।
ग्रीन वैली की प्रधानाचार्या श्रीमती सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुये कहा कि अनेक भाषाओं का ज्ञान होना बुरा नही है लेकिन हिन्दी जैसी आत्मीयता किसी और भाषा में नही है। उन्होने कहा तमाम बदलावों के बावजूद कई ऐसी जगहों पर अग्रेजी भाषा का प्रयाग हो रहा है जिससे आम जनमानस को कई बार परेशानियों से जूझना पड़ता है। उन्होने हमें बोलचाल की भाषा में अग्रेजी को ही महत्व देना चाहिये। उन्होने सभी के प्रति आभार जताया।
कार्यक्रम को सफल व सार्थक बनाने में अंजू श्रीवास्तव, अर्चना सिंह, शशि श्रीवास्तव, मनाली मौर्या, रेनू जायसवाल, जया शुक्ला, रूबी खातून, स्वीटी पांण्डेय ने सहयोग प्रदान किया। हिन्दी पखवाड़े में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में सफल प्रतिभागियों को पुरस्कृत कर उनका हौसला बढ़ाया गया, प्रतिभागियों में चाहत गुप्ता, शौर्य पाल, हर्षिता शुक्ला, क्रिश गुप्ता, आदित्य त्रिपाठी, प्रखर उपाध्याय, यशवर्धन, शगुन त्रिपाठी, आस्था मौर्या, अंजली पाल, वंशवर्धन, कुं. एंजल, हर्षवर्धन, अदीबा शमीम आदि शामिल रहे।


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