काली के भव्य श्रंगार पर हुए मंत्रमुग्ध
लालगंज / प्रतापगढ़। नवरात्र के तीसरे दिन कस्बे में दुर्गा पूजा आयोजन समिति द्वारा रात्रि प्रहर में भगवान राधा कृष्ण की भव्य झांकी आकर्षण का केन्द्र दिखी। नेशनल हाइवे पर झांकी बड़े हनुमान जी के मन्दिर से होते हुए इंदिरा चैक, तहसील गेट से कालाकांकर रोड़ के टाउन एरिया कार्यालय होते हुए घुइसरनाथ रोड से वापस दुर्गा पाण्डाल के समीप पहुंची। गाजे बाजे के साथ निकली झांकी में भक्त नाचते गाते जुलूस में देखे गये। वहीं चैथे दिन भी श्रद्धालुओं की आस्था से अंचल के देवी मन्दिर सुबे से शाम सुगन्धित हो उठे दिखे। कस्बा स्थित कोतवाली के समीप हरिहर मन्दिरम में मां काली की प्रतिमा का भव्य श्रंगार देखने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ रविवार को उमड़ी दिखी। मां काली के विराट श्रंगार और आकर्षक सजावट को देख श्रद्धालु नर नारी मंत्रमुग्ध हो उठे। मन्दिर के व्यवस्थापक पं0 रामचन्द्र शुक्ल के मुताबिक देवी का श्रंगार प्रतिदिन भव्य परिवर्तन में नूतन कलेवर के साथ श्रद्धालुओं के बीच में दर्शनार्थ होगा। वहीं बलीपुर कटरा में इनहन भवानी धाम में चैथे दिन नवरात्र के मेले में श्रद्धालुओं का तांता लगा दिखा। यहां मेले का प्रबन्धन कर रहे आचार्य राजेश मिश्र एवं श्रीमती पूर्णिमा मिश्र ने बताया कि इनहन भवानी धाम में वर्षों से श्रद्धालु दर्शन कर बगल के सरोवर का जल लेकर अपनी मन्नतें मांगा करते हैं। कस्बाई गांव मनीपुर चंदापुर में ग्राम देवी के समीप नवनिर्मित दुर्गा मन्दिर में भगवान कार्तिकेय व मां सरस्वती की प्रतिमा की वैदिक मंत्रोचारण के बीच स्थापना महोत्सव में भारी भीड़ उमड़ी। गांव के पं0 जमुना प्रसाद तिवारी द्वारा कार्तिकेय एवं सरस्वती की प्रतिमा की स्थापना को लेकर ग्रामीणों में हर्ष दिखा। उत्सव कार्यक्रम में सुनील तिवारी, प्रदीप तिवारी, आचार्य दिवाकर शुक्ल, पं0 प्रभाकर शुक्ल, राजेश तिवारी, राम अवध तिवारी आदि रहे। चैथे दिन क्षेत्र के असरही के गम्मौर देवी वन में भी श्रद्धालुओं ने नारियल चुनरी के साथ दर्शन पूजन कर मन्नतें मांगी।
नवरात्र में भी बिजली का रोना, रामपुर बावली में संचार सेवा ठप
लालगंज, प्रतापगढ़। नवरात्र में सरकार के द्वारा कस्बों व गांवों में चैबीस घण्टे बिजली देने का दावा दम तोड़ चुका है। इससे दुर्गा पूजा आयोजन करने वाली कमेटियों पर डीजल के दाम की बढ़ोत्तरी से बढ़े व्यय की मार अलग से पड़ रही है, वहीं ग्रामीण इलाकों में रात्रि में अंधेरा होने के कारण ग्रामीण कस्बों में देवी जागरण या अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों को देखने की तमन्ना भी पूरी नहीं कर पा रहे हैं। बिजली आपूर्ति की दुर्दशा इस कदर आ पहुंची है कि बिजली दिन में कितनी देर आयेगी और कितनी देर ठहरेगी, इसका अता पता नहीं हैं। कमोवेश यही दशा रात्रि प्रहर में भी है। बिजली आपूर्ति के न होने से नवरात्र का उत्सव फीका पड़ गया है। वहीं छात्र छात्राओं को पठन पाठन तथा बाजारों में इलेक्ट्रानिक कारोबारी पर भी विपरीत असर पड़ रहा है। बिजली लोगों को इस कदर रुला रही है कि लोग अपने दर्द को बयां नहीं कर पा रहे हैं। इधर बिजली की आपूर्ति का ही झमेला है कि रामपुर में दूर संचार का लगा बीटीएस टावर महीनों से काम नहीं कर रहा है। इससे रामपुर बावली इलाके में संचार सेवा ठप हो गई है। बीएसएनएल के टावर के लिए जनरेटर चलाने वाले आपरेटरों का मानदेय भी विभाग अटकाए हुए है। आपरेटरों द्वारा विभागीय मण्डलीय अभियंता को लिखित शिकायत कई बार दी गई किन्तु इसका कोई असर नहीं पड़ा दिखता। अब आजिज आकर आपरेटरों ने आगामी पचीस सितम्बर से अनिश्चतकालीन हड़ताल शुरु किए जाने की विभाग को चेतावनी दी है। इस बाबत टीएसी मेम्बर ज्ञान प्रकाश शुक्ल का कहना है कि आपरेटरों की मांग जायज है। जल्द मानदेय भुगतान के लिए उनके द्वारा टीडीएम को पत्र लिखा गया है। एक तरफ बिजली का रोना तो दूसरी तरफ संचार सुविधा का तार तार होना इलाके के लोगों के लिए समस्याओं का यह मकड़जाल जहां लोगों का सुकून छीन लिए दिखता है वहीं अफसर हैं कि उनके कान में जूं तक नहीं रेंग पा रही।


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