न्याय की तलाश में दो वर्ष से भटक रहा पीड़ित
तहसील दिवस में शिकायत की तो बिफरे दरोगा
कैलाश नाथ वर्मा
गोण्डा। सूबे के सरकार की ईमानदार पुलिस जहाँ पीड़ित व्यक्तियांे का अपशब्द से स्वागत करती है। धमकी और तो और पीड़ित से इतना सवाल पूछ लेती है। वह खुद सहम जाता है और जबाब नही दे पाता। सायद इतना सवाल कोर्टरूम मे जज के सामने भी नही पूछा जाता होगा। योगी सरकार और अधिकारियों का आदेश है की सभी पीडितो की सुनवाई हो और अच्छे व्यवहार से पेश आये। लेकिन पुलिस का अंदाज बदलता दिखाई नही दे रहा है और दिनो दिन और बिगडता जा रहा है। क्या योगी सरकार इन बिगडैल पुलिस कर्मियो पर अंकुश लगा पायेगी या पीड़ित व्यक्तियो से अवैध वसूली के चलते मनमानी करती रहेगी आदि सवाल है जिसका जवाब जनता चाहती है।
ताजा मामला तरबगंज थानाक्षेत्र के ग्रामसभा सुसेला के मजरा कुम्हारन पुरवा का है। जहाँ दबंगो से पीडित शिवाकान्त पुत्र राजितराम वा राजितराम पुत्र रामनरेश निवासी उपरोक्त ने बताया की 14/04/2016 को दिन दहाड़े दबंग राघवराम ने अपने मेली मददगारो के साथ मिलकर हमारे घर का ताला तोडकर जबरदस्ती कब्जा कर लिए और घर का सारा सामान निकाल कर घर से बाहर फेक दिया। घर मे रक्खे घर के कागजात फाडकर फेक दिया। जब थाना तरबगंज मे तहरीर देने पहुँचे तो दरोगा ने गाली देकर भगा दिया और कोई सुनवाई नही हुई। लगभग दो साल से अधिकारियों के पास चक्कर लगा रहा हूँ लेकिन कोई सुनवाई नही हुई। सरकार बदली शासन बदला योगी सरकार से उम्मीद बंधी की पिछली सरकार की गुन्डा गर्दी समाप्त होगी पुलिस सुनवाई करेगी पीडितो को न्याय मिलेगा।


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