राजनैतिक दलों के प्रत्याशियों समेत निर्दलों ने भी झोंकी पूरी ताकत
लालगंज प्रतापगढ़। नवगठित स्थानीय नगर पंचायत का चुनाव मतदान तिथि नजदीक आते ही अपने चरम पर पहुंचता नजर आने लगा है। विभिन्न राजनैतिक दलों के प्रत्याशियों के साथ ही निर्दल उम्मीदवारों के बीच चल रहे रोचक मुकाबले मे सियासी तापमान इन दिनों खासे उछाल पर पहंुच चुका है। नगर पंचायत चेयरमैन की कुर्सी पर आसीन होने को लेकर प्रत्याशियों द्वारा पूरे जोर-शोर से प्रचार -प्रसार के साथ ही राजनीति मे दखल रखने वाले लोगों समेत आम मतदाताओं को भी अपने पाले मे लाने को लेकर जोर-तोड़ व मनाने का भी काम तेज हो चला है। वहीं शासन-प्रशासन आदर्श आचार संहिता के कड़ाई से अनुपालन को लेकर पूरी कमर कसता नजर आ रहा है। फिर भी कुछ प्रत्याशियों के कई-कई वाहन लगातार दौड़ रहे हैं, और प्रचार -प्रसार सहित चुनाव अभियान मे आचार संहिता की धज्जियां उड़ रही हैं। जहां कांग्रेस प्रत्याशी अनीता द्विवेदी पत्नी संतोष द्विवेदी के पक्ष मे विधान परिषद सदस्य उमेश द्विवेदी, सांसद प्रमोद तिवारी के प्रतिनिधि राम मिलन तिवारी, भगौती प्रसाद तिवारी मीडिया प्रभारी ज्ञान प्रकाश शुक्ल ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष केडी मिश्रा अपना दल के पूर्व राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी दिनेश शुक्ला क्षेत्र के सभी वार्डो मे लगातार जन सम्पर्क कर कार्यकर्तााआंे समेत मतदाताओं से मिलकर विकास के लिए कांग्रेस प्रत्याशी को जिताने की अपील कर रहे हैं। वहीं भाजपा प्रत्याशी तारा देवी पत्नी राजेश मिश्रा के समर्थन मे भाजपा नेता राजकुमार मिश्रा, राकेश मिश्रा, शिवकुमार गुप्ता समेत स्थानीय भाजपा मण्डल अध्यक्ष बृजेन्द्र पाण्डेय मण्टू चुनाव संचालन की कमान संभाले हुए हैं। बसपा प्रत्याशी ज्ञानमती मौर्या के पक्ष मे हालांकि कोई दिग्गज बसपाई नेता नहीं दिखा फिर भी उनके पति राजेन्द्र मौर्या बहुजन समाज पार्टी के परम्परागत वोटों समेत लोगों को अपने पक्ष मे साधने की पूरी ताकत लगाये नजर आ रहे हैं। पूर्व प्रमुख व पूर्व जिला पंचायत सदस्य सुबेदार देवेन्द्र सिंह की पत्नी इन्दु सिंह जहां निर्दल प्रत्याशी केे तौर पर अपने समर्थकों के साथ रात-दिन चुनावी समर मे जोर -शोर से प्रचार-प्रसार मे तल्लीन हैं वहीं निर्दलीय प्रत्याशी पूर्व बी0डी0सी0 गीता सिंह सुपु़़त्री कुंवर रवीन्द्र सिंह, पूर्व प्रधान छवि नारायण सिंह की पुत्रवधू मिथलेश सिंह, पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख सैयद सफीक अली की पत्नी शायरा बानों समेत कई प्रत्याशी अपने को जीत के करीब मानकर पूरी ताकत झोंक दिए हैं। सोलह वार्डों मे हो रहे सभासद प्रत्याशियों का चुनाव भी खासा दिलचस्प व चढ़ा नजर आ रहा है। जिससे मतदाताओं को दबी जुबान यह कहते सुनाई पड़ रहा है कि सारा दिन कोई न कोई प्रत्याशी घेरे रहता है और सब काम-धाम कब किया जाए.....।
चुनाव के चलते निराश लौट रहे फरियादी
लालगंज नगर पंचायत चुनाव को लेकर स्थानीय प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी जहां आदर्श आचार संहिता के अनुपालन समेत शांतिपूर्ण व निष्पक्ष तरीके से चुनाव सम्पन्न कराने मे लगे हैं वहीं स्थानीय तहसील ब्लाक समेत कई सरकारी दफतरों मे काम-काज ठप हो चला है। यहां फरियादी सुबह से शाम तक भटक रहे हैं और बिना किसी जिम्मेदार से मुलकात के काम संभव न हो पाने के चलते निराश लौटने को मजबूर हैं। अधिकांश अधिकारी कर्मचारी चुनाव व्यवस्था मे लगे हैं जिससे उनसे मुलाकात हो पाना भी मतदान तिथि तक दूर-दूर संभव नहीं नजर आ रहा है। जिससे खासतौर पर तहसील व ब्लाक मे तो अवकाश जैसा माहौल नजर आने लगा है।
क्रय केन्द्रो पर खरीददारी न होने से किसान मायूस
राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप धान क्रय केन्द्रो पर न तो कोई अधिकारी कर्मचारी दिख रहे हैं और न ही मानक के अनुरूप किसानों के धान की खरीददारी ही की जा रही है। कुछ किसानों का कहना है कि बड़ी मुश्किल से क्रय केन्द्रों पर पतला धान भले ही खरीद लिया जा रहा है लेकिन मोटा धान तो लाख मिन्नत के बावजूद भी कदापि नहीं खरीदा जा रहा है। वैसे तो एसडीएम की ओर से प्रत्येक धान क्रय केन्द्र पर देख-रेख व निगरानी के लिए हलका लेखपाल व एक राजस्व निरीक्षक की तैनाती की गई है लेकिन उसके बाद भी कोई कर्मचारी न दिखने से किसानों को खासी फजीहत का सामना करना पड़ रहा है।