अखिलेश्वर तिवारी
बलरामपुर ।। जनपद के लगभग सभी भागों में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन का कार्यक्रम तथा दशहरा मेला कार्यक्रम संपन्न हो चुका है । जिला मुख्यालय पर प्रतिमा विसर्जन कार्यक्रम 19 अक्टूबर को संपन्न हुआ वहीं तहसील उतरौला के कुछ भागों तथा पचपेड़वा एवं तुलसीपुर के कुछ भागों में 20 अक्टूबर को दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच संपन्न कराया गया ।
जानकारी के अनुसार नवरात्र समाप्ति के दूसरे दिन अर्थात दशहरा को जिले के अधिकांश भागों में रखी गई कई सौ दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन विभिन्न सरोवरों तथा नदियों में किया जाता है । कुछ संवेदनशील स्थानों पर स्थापित की गई मूर्तियों का विसर्जन सुरक्षा की दृष्टि से दशहरा के दूसरे दिन किए जाने का व्यवस्था पहले से संचालित है । इस वर्ष भी उन्हीं नियमों के तहत दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया ।
दशहरा के दिन 19 अक्टूबर को जिला मुख्यालय सहित विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों तथा तहसील मुख्यालय उनके आसपास की कई सौ मूर्तियों का विसर्जन संपन्न हुआ । 20 अक्टूबर को संवेदनशील क्षेत्रों पर रखी गई मूर्तियों का विसर्जन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच संपन्न कराया गया । संवेदनशील वाले क्षेत्रों में उतरौला पचपेड़वा तथा तुलसीपुर क्षेत्र के कुछ क्षेत्रों में रखी गई मूर्तियों का विसर्जन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच संपन्न कराया गया । 20 अक्टूबर को उतरौला 20 , तुलसीपुर में 22 तथा पचपेड़वा में छह दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन संपन्न कराया गया । पचपेड़वा में जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश व पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार की मौजूदगी में विसर्जन संपन्न हुआ । पचपेड़वा कई वर्षों से विसर्जन के दौरान विवादित रहा है ।
इस वर्ष पूरे शांतिपूर्ण ढंग से यहां पर प्रतिमाओं का विसर्जन संपन्न हुआ । वहीं उतरौला क्षेत्र में भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिपूर्ण ढंग से सभी दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन करा दिया गया । तुलसीपुर क्षेत्र के सभी मूर्तियों का विसर्जन भी कड़ी सुरक्षा के बीच कराया गया । पचपेड़वा के बसंतपुर तथा थाना गौरा के गौरा कस्बे में हल्की-फुल्की तनाव को छोड़कर पूरे जनपद में हर्षोल्लास के साथ शांतिपूर्वक दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन संपन्न हुआ ।
शांतिपूर्वक प्रतिमाओं के विसर्जन में जिला प्रशासन के संरक्षण तथा पुलिस प्रशासन की चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था का विशेष योगदान माना जा रहा है । पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार शांतिपूर्वक प्रतिमाओं के विसर्जन का श्रेय क्षेत्र के गणमान्य नागरिकों तथा आयोजकों को दे रहे जबकि जानकारों की मानें तो पुलिस अधीक्षक व जिला अधिकारी के कुशल नेतृत्व का नतीजा ही है कि जनपद बलरामपुर में शांतिपूर्ण तरीके से नवरात्र पूजा, मूर्ति विसर्जन तथा दशहरा मेला संपन्न हुआ । इसके लिए पुलिस प्रशासन की जितनी भी प्रशंसा की जाए वह कम है ।



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